Tree Fall In Chandigarh News: चंडीगढ़ के स्कूल परिसर में बड़ा हादसा, ढाई सौ साल पुराना हेरीटेज पेड़ गिरने से 20 छात्र घायल, एक छात्रा की मौत

Chandigarh Tree Fall News: चंडीगढ़ में कान्वेट स्कूल में ढ़ाई सौ साल पुराना पेड़ गिरने से 20 बच्चे घायल।

Update: 2022-07-08 12:47 GMT

Student Dies After Tree Falls In Chandigarh School: चंडीगढ़ के कार्मल कान्वेंट स्कूल (Carmel Convent School) में ढ़ाई सौ साल पुराना विशालकाय पीपल का पेड़ गिरने से 20 छात्र घायल हो गए। इसमें से 16 साल की एक छात्रा की मौत हो गई है, जबकि 19 बच्चे घायल हैं। यह हादसा शुक्रवार सुबह साढ़े 11 बजे का है। यह हादसा उस समय हुआ जब स्कूल के बच्चे लंच कर रहे थें। हादसे में घायल बच्चों का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में किया जा रहा है।

हादसे में मृत छात्रा की पहचान हिराक्षी के रूप में हुई है। वह दसवीं कक्षा की स्टूडेंट थी। अपने परिवार में वह सबसे छोटी थी। उसके परिजन शिमला में रहते है, घटना की सूचना उन्हे दे दी गई है।

पंजाब सरकार ने संज्ञान में लिया

घटना को लेकर पंजाब के सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने जानकारी ली और हादसे को लेकर दुख व्यक्त किया है। वहीं होम सेक्रेटरी, डिप्टी कमिश्नर, चीफ कंजरवेट ऑफ फोरेस्ट और हेल्थ सेक्रेटरी ने अस्पताल का दौरा किया और बच्चों का हाल चाल जाना।

घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश

चंडीगढ़ के डिप्टी कमिश्नर विनय प्रताप सिंह ने इस घटना को लेकर मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं। एक सप्ताह में जांच कमेटी को रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है। जांच कमेटी में एसडीएम (सेंट्रल), एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, हॉर्टिकल्चर विभाग, यूटी तथा रेंज फोरेस्ट ऑफिसर, फोरेस्ट डिपार्टमेंट होंगे।

ये बच्चे हुए घायल

मोहाली के फोर्टिस में नौंवी कक्षा की ज्योति, आठवीं की गुरबाणी ओबराय, छठी कक्षा की सानवी और हुनर भर्ती हैं। सेक्टर 34 के मुकुट अस्पताल में आठवीं की जन्नत गुप्ता और पांचवी की आमरीन दाखिल हैं। सेक्टर 16 के जीएमएसएच में नौंवी की गीतांजलि, साना बंसल, साना, परिनाज, दसवीं की प्रिशा, कैथरीन और राधिका, ग्यारहवीं की सेजल और अरुणिमा शामिल हैं। वहीं सेक्टर 16 अस्पताल से स्कूल की स्टाफ शीला और दसवीं की इशिता को रेफर किया गया है।

हैरिटेज प्राप्त था हादसे का पेड़

हादसे का यह पेड़ ढ़ाई सौ साल पुराना बताया जा रहा है। प्रशासन ने इसे हैरिटेज-ट्री (Heritage-Tree) का दर्जा देकर संरक्षित किया था। इसे चारों तरफ से सीमेंट से कवर किया हुआ था। जहाँ लंच टाइम में बैठने के साथ ही खेलते थे।

'इस पेड़ के बारे में लिखा गया है कि मैं 250 साल पुराना हूं, मगर अब भी काफी जवान और तरो-ताजा महसूस करता हूं क्योंकि मैं बच्चों से घिरा रहता हूं। इस स्कूल की बिल्डिंग मेरे सामने बनी थी। मैं बच्चों को बहुत प्यार करता हूं और लगता है वे भी मुझे बहुत प्यार करते हैं। मैं पीपल के नाम से जाना जाता हूं और मेरा वैज्ञानिक नाम फाइकस रिलिजियोसा है। मैं 70 फीट ऊंचा हूं, समय-समय पर बच्चे मुझे डेकोरेट करते हैं आदि जानकारियों से यह पेड़ सुसज्जित था।'

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