तबलीगी जमात को लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत का हिन्दुओ को सन्देश, पढ़िए

तबलीगी जमात को लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत का हिन्दुओ को सन्देश, पढ़िएनई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कोरोना के बढ़ते;

Update: 2021-02-16 06:20 GMT

तबलीगी जमात को लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत का हिन्दुओ को सन्देश, पढ़िए

नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण और तबलीगी जमात के प्रति कथित सोच को लेकर देशवासियों को सावधान किया। उन्होंने संघ के ऑनलाइन बौद्धिक वर्ग में कहा कि देश की 130 करोड़ आबादी में सभी भारत माता की संतानें हैं और हमारे भाई-बंधु हैं। इसे ध्यान में रखा जाना चाहिए। दोनों तरफ से कोई डर या गुस्सा नहीं होना चाहिए। उन्होंने समाज के जिम्मेदार लोगों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें अपने लोगों को इससे बचाना चाहिए। अगर कोई डर से या क्रोध से कुछ उलटा-सीधा कर देता है तो सारे समूह को उसमें लपेटकर उससे दूरी बनाना ठीक नहीं है।

RAILWAY,BANK, SSC समेत कई परीक्षाओं में आ सकते हैं ये सवाल

संघ का काम लॉकडाउन में भी चल रहा

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संघ का काम लॉकडाउन में भी चल रहा है। रोज के काम बंद है लेकिन दूसरे कामों ने उसकी जगह ली है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी नई है, कहर मचाया है लेकिन उससे डरने की जरूरत नहीं है। ठंडे दिमाग से योजना बनानी होगी कि क्या क्या करना है। भय से दूर होकर सुनियोजित प्रयास करना है।

तबलीगी जमात पर भी बोले

संघ प्रमुख ने कहा कि अगर कोई डर से या क्रोध से कुछ उलटा सीधा कर देता है तो सारे समूह को उसमें लपेटकर उससे दूरी बनाना ठीक नहीं है। उनका इशारा तबलीगी जमात और उसके जलसे की तरफ था। मोहन भागवत ने कहा कि भड़काने वालों की कमी नहीं है और इसका लाभ लेने वाली ताकतें भी हैं। जिस तरह कोरोना का फैलाव अपने देश में हुआ है उसकी एक वजह यह भी है।

CORONA के बीच बड़ा हादसा, बिजली गिरने से उमरिया में 4 की मौत

सभी लोग भारत माता के पुत्र

उन्होंने कहा कि भारत तेरे टुकड़े होंगे ऐसा कहने वाले ऐसा प्रयास करते हैं, राजनीति भी बीच में आती है। इनसे बचना है। सावधान रहना है। हमारे मन में प्रतिक्रिया वश कोई खुन्नस नहीं होनी चाहिए। भारत के सभी लोग भारत माता के पुत्र हैं हमारे बंधु हैं। अपने अपने समाज के प्रमुखों को अपने लोगों को यह समझाना चाहिए।

REWA में घर के अंदर फंदे में नव ब्याहता की लाश लटकती मिली

पालघर में सन्यांसियों की की हत्या पर हुआ दुख

संघ प्रमुख ने कहा कि महाराष्ट्र में संन्यासियों की हत्या हुई, उपद्रवी लोगों ने किया। उसका दुख सबके मन में हैं। धैर्य रखकर सारी बातें करनी चाहिए। 28 को उनको श्रद्धांजलि देने के लिए हम कुछ कार्यक्रम भी करेंगे। वे उपद्रवी नहीं थे, लेकिन भीड़ ने उन्हें मार डाला।

सफलता और असफलता के बीच तीन फीट का अंतर एक कहानी सुनाते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि सफलता और असफलता के बीच तीन फीट का अंतर है। इसलिए बिना थके प्रयास लगातार करने चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत ने जिन दवाइयों के निर्यात पर पाबंदी लगाई थी उसे भी दुनिया की भलाई के लिए खुद थोड़ा नुकसान उठाकर भी उन्हें दूसरे देशों को भेजी है। यह भारत का स्वभाव है। संघ प्रमुख ने कहा कि हम खुद चिंता करें कि हम काम करने लायक रहें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, मास्क लगाएं, आयुष मंत्रालय ने जो काढ़ा बताया है वैसा पिएं।

LOCKDOWN: REWA के बाहर फंसे लोगों के आवागमन के लिए ई-पास की सुविधा

स्वदेशी अपनाने पर जोर भागवत ने कहा कि लोगों को स्वदेशी की तरफ आगे आना चाहिए। अगर स्वदेशी वस्तुओँ से काम चल जाता है तो उसे अपनाएं। विदेशी वस्तुओँ का कम से कम प्रयोग करें।

Similar News