Sahara India Refund 2022: सहारा इंडिया ने इस राज्य के ढाई लाख लोगों के 3 हजार करोड़ डकार लिए, अगर आपका भी फंसा है पैसा तो अभी-अभी सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
Sahara India Refund: सहारा इंडिया (Sahara India) ने देश के कई राज्यों के लोगो का निवेश किया हुआ पैसा पचा लिया है.
Sahara India Parivar: सहारा इंडिया (Sahara India) ने देश के कई राज्यों के लोगो का निवेश किया हुआ पैसा पचा लिया है. हम बात कर रहे है झारखण्ड की जहां के लोगो का सहारा इंडिया परिवार ने कई योजनाओं को लेकर ढाई लाख से भी ज्यादा लोगों के लगभग 3 हजार करोड़ रुपए फंसा दिए है. पॉलिसी मैच्योर्ड में पैसा निवेश करने के 2 साल बाद भी निवेशकों के पैसो का पता नहीं है. सहारा के दफ्तरों में हर भारी-भीड़ रोज इक्कठा हो रही है. बावजूद इसके सिर्फ और सिर्फ लोगो को मायूसी ही मिल रही है. रांची, हजारीबाग, रामगढ़, बेरमो, बोकारो, धनबाद, जमशेदपुर सहित कई शहरों में निवेश करने वाले लोगों ने सहारा के दफ्तरों के बाहर प्रदर्शन भी किया है, लेकिन इन शाखाओं के प्रबंधकों और कर्मियों के पास कोई जवाब नहीं है.
निवेशकों का कहना है मैच्योरिटी की राशि का भुगतान न होने से किसी का इलाज के अभाव में निधन हो गया तो किसी के बच्चों की पढ़ाई से लेकर शादी तक रुक गई। मसलन, बेरमो के रामदास साव के मुताबिक, उन्होंने अपने जीवन की पूरी कमाई 20 लाख रुपये सहारा इंडिया में जमा किए, लेकिन उन्हें एमआईएस तक का भुगतान नहीं किया जा रहा है।
हजारीबाग के शिवपुरी निवासी संतोष कुमार के एक लाख रुपए फंसे हैं और वह दो साल से परेशान हैं। बेरमो के बबलू गुप्ता और उनकी पत्नी राजकुमारी भारती का कहना है कि पैसे न मिलने की वजह से उन्हें अपनी बेटी का विवाह स्थगित करना पड़ा। इसी तरह प्रदीप कुमार भगत ने भी 21 लाख रुपये जमा किए हैं, लेकिन उन्हें ब्याज तक की रकम नहीं दी जा रही है। कुछ महीने पहले बोकारो जिले के गोमिया में सहारा इडिया के एक एजेंट ने निवेशकों के दबाव से परेशान होकर खुदकुशी कर ली थी।
होगी कार्रवाई
झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में विधायक नवीन जायसवाल ने नॉन-बैंकिंग कंपनियों में झारखंड के लोगों के लगभग 2500 करोड़ फंसे होने का मामला उठाया था। उन्होंने कहा था कि तीन लाख लोग अपने पैसों को लेकर चिंता में हैं। इस पर जवाब देते हुए सरकार ने कहा था कि ननबैंकिंग कंपनियों की वादाखिलाफी और भुगतान संबंधी शिकायतों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया जा रहा है। कहा गया कि लोग हेल्पलाइन नंबर 112 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।