RIP Captain Varun Singh: 7 दिन तक ज़िन्दगी से जंग लड़ते ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन हो गया
RIP Captain Varun Singh: Group Captain Varun Singh: CDS Bipin Rawat के हेलीकाप्टर क्रैश में 13 लोगों की मौत हुई लेकिन ग्रुप कैप्टन उस हादसे में एक मात्र जीवित बचे थे
Group Captain Varun Singh: CDS जनरल बिपिन रावत के साथ हेलीकाप्टर हादसे में 11 सैन्य अधिकारी और जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत का दुखद निधन हो गया था। उस वीभत्य हादसे में से सिर्फ एक सैन्य अधिकारी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की जीवित बचे थे। वो बहुत बुरी तरह घायल थे 7 दिन तक उनका अस्पताल में इलाज चला, उन्हें बचाने के लिए डॉक्टर्स जद्दोजहत में जुटी थी लेकिन ग्रुप कैप्टन ज़िन्दगी की जंग हार गए। बुधवार को उनका भी निधन हो गया।
8 दिसंबर को तमिल नाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकाप्टर क्रैश के बाद वह घायल अवस्था में अस्पातल पहुंचाए गए थे। उन्हें वेलिंग्टन हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था। बाद में हालत गंभीर हुई तो उन्हें बेंगलुरु शिफ्ट किया गया था 7 दिन बाद ज़िन्दगी से जंग लड़ते उन्हें मृत्यु ने हरा दिया।
गैलेंट्री अवार्ड विनर थे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह एक सैन्य परिवार से ताल्लुख रखते थे। उन्हें उनकी वीरता और कुशलता के लिए गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित किया गया था। कैप्टन वरुण के पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह आर्मी एयर डिफेंस से थे और उनके छोटे भाई कमांडर तनुज सिंह इंडियन नेवी में पदस्त हैं। कैप्टन वरुण का परिवार भोपाल में रहता है। लेकिन उनका जन्म देवरिया यूपी का था। इसी साल स्वतंत्रता दिवस के दिन उन्हें देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था। फ़्लाइंग सिस्टम ख़राब होने के बावजूद 10 हज़ार फ़ीट की उचाई में तेजस विमान की उन्होंने सफल लैंडिंग की थी।
एयरफोर्स के बेस्ट पाइलेट थे
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इंडियन एयर फाॅर्स के बेस्ट पाइलेट थे। जब अभिनंदन ने 27 फरवरी 2019 को भारतीय सीमा में घुसने वाले पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ा था तब कैप्टन वरुण ने उस दौरन पुराने MIG-21 से अमेरिकन रेड F-16 को मार गिराया था। उन्हें बेस्ट पाइलेट के सम्मान से नवाजा गया था।
देश उनके पराक्रम और योगदान को कभी नहीं भूलेगा हमें उनपर गर्व है #RIPCAPTAINVARUNSINGH .