दिल्ली के Kanjhawala Case से Rewa का कनेक्शन! MP के रीवा में हुई थी अंजलि और निधि की मुलाकात
Rewa's connection with Kanjhawala Case: कंझावला सड़क हादसे से पहले अंजलि और निधि के बीच रीवा में हुए एक इवेंट के पैसों को लेकर झगड़ा हुआ था
Rewa's connection with Delhi's Kanjhawala Case: दिल्ली के कंझावला केस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे नए पहलु सामने आ रहे हैं और मामला अब सुलझने लगा है. खुद को अंजलि की दोस्त कहने वाली निधि के बताए झूठे बयानों के बाद भी दिल्ली पुलिस आधी हकीकत तक पहुंच गई है. पता चला है मृतका अंजलि और निधि की मुलाकात मध्य प्रदेश के रीवा शहर में हुई थी. और रीवा में हुए एक इवेंट की पेमेंट के चलते ही दोनों के बीच 31 दिसंबर की रात को झगड़ा हुआ था.
बता दें कि दिल्ली के कंझवाला इलाके में इवेंट मैनेजमेंट का काम करने वाली 20 साल की अंजलि की मौत हो गई थी. अंजलि की स्कूटी से बलेनो कार की टक्कर हो गई थी. अंजलि कार के बंफर में फंस गई थी और कार में बैठे आरोपियों ने उसके शव को 12 किलोमीटर तक घसीटा था. इस हादसे के दौरान अंजलि की दोस्त निधि भी स्कूटी में बैठी थी, लेकिन इस टक्कर निधि को ज़्यादा चोट नहीं आई और वह अपने घर जाकर सो गई. उसने घर में भी किसी ने अंजलि के साथ हुए हादसे के बारे में कुछ नहीं बताया।
रीवा में हुई थी अंजलि और निधि की मुलाकात
निधि और अंजलि की दोस्ती दिसंबर के महीने में मध्य प्रदेश के रीवा शहर में हुई थी. वहां दोनों इवेंट ऑर्गनाइज़ करने के सिलसिले में गई थीं और एक ही ट्रेन से साथ वापस दिल्ली लौटी थीं. इस मुलाकत के बाद दोनों की दोस्ती हो गई थी. और एक दूसरे के घर आना-जाना शुरू हो गया. इस दौरान दोनों ने मिलकर कई इवेंट में काम भी किया था।
अंजलि पहले एक स्पा सेंटर में काम करती थी, बाद में वह शादियों में फूल फेंकने का काम करने लगी और इसके बाद इवेंट मैनेजमेंट का काम संभालने लगी थी. इवेंट मैनेजमेंट के काम को लेकर निधि और अंजलि दूसरे राज्य और शहरों में जाती रहती थीं।
काम के सिलसिले में अंजलि और निधि कई दिनों तक दूसरे राज्यों में जाकर रूकती थीं. इस दौरान वह मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना जैसे कई राज्यों में साथ काम करने गई थीं. लेकिन एक दूसरे से बात नहीं होती थी. दिसंबर 2022 में जब दोनों एमपी के रीवा में आकर एक इवेंट में मिली थीं और यहीं से दोनों की जान पहचान बढ़ी थी.
रीवा के इवेंट को लेकर ही झगड़ा हुआ था
अंजलि और निधि 31 दिसंबर की रात में साथ में थे. पूठ कलां गांव के एक होटल में दोनों के बीच रीवा में हुए इवेंट के खर्चे को लेकर झगड़ा हुआ था. CCTV वीडियो से मालूम हुआ कि होटल से निकलने के बाद अंजलि की स्कूटी निधि चला रही थी लेकिन बाद में कृष्ण विहार के शनि बाजार रोड के बीच दोनों का फिर से झगड़ा शुरू हो गया था. और इसके बाद फिर से दोनों घर के लिए जाने लगीं। तब अंजलि स्कूटी चला रही थी और इसी दौरान सामने से आ रही बलेनो कार से टक्कर हो गई.
बलेनो कार वाले जानते थे कि अंजलि की डेड बॉडी कार में फंसी थी, वहीं निधि को भी सब मालूम था. फिर भी कार वाले आरोपी और खुद को दोस्त कहने वाली निधि ने पुलिस को गुमराह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी
निधि ने पुलिस ने झूठ कहा
निधि ने पहले दावा किया था कि अंजलि ने शराब पी हुई थी. वह खुद को संभाल नहीं पा रही थी. उसने देखा था कि अंजलि कार में फंस गई है और आरोपी उसे घसीटते हुए ले रहे हैं. बावजूद इसके निधि ने पुलिस को या अंजलि के घर वालों को इसके बारे में कुछ नहीं बताया। निधि ने कहा था कि उसकी अंजलि से दोस्ती हुए सिर्फ 15 दिन हुए हैं. जबकि जांच में पता चला है कि दोनों एक दूसरे को करीब डेढ़ महीने पहले से जानते थे और कई बार साथ में काम कर चुके थे. इतना ही नहीं पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में भी यह पता चला था कि अंजलि ने उस रात शराब नहीं पी थी.
इस मामले में निधि को लेकर नया खुलासा हुआ है. निधि आगरा में गांजा तस्करी करते हुए पकड़ी गई थी. और जेल में भी रही थी. 2021 में उसे बेल मिली थी लेकिन वह उसके बाद पेशी पर नहीं गई. जबकि कोर्ट की तरफ से उसे 8 बार नोटिस भेजा गया था.
उधर बलेनो कार वाले आरोपियों का कहना है कि वो जानते थे कि अंजलि का शव कार में फंसा हुआ था लेकिन वो काफी डर गए थे इसी लिए उन्होंने गाडी नहीं रोकी