राहुल गांधी की Bharat Jodo Yatra पर वसूली: चंदा न देने पर सब्जीवाले का सामान फेंका, कांग्रेसियों ने दुकान तोड़ डाली
राहुल गांधी की Bharat Jodo Yatra पर वसूली: केरल के कोल्लम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा 'भारत जोड़ो यात्रा' को लेकर वसूली की ख़बरें आ रही है.
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) एक बार फिर सुर्ख़ियों में है. अब खबर है कि केरल में यात्रा के नाम पर कांग्रेसियों द्वारा जबरन वसूली की जा रही है. ऐसा ही एक वीडियो सामने आया है जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा एक सब्जीवाले से भारत जोड़ो यात्रा के लिए चंदा चाहा गया था, चंदा न मिलने पर उसकी दुकान तोड़ दी गई और सामान को फेंक दिया गया.
दुकानदार का नाम एस फवाज है, वे केरल के कोल्लम में सब्जी बेंचने का व्यवसाय करते हैं. तोड़फोड़ का वीडियो सामने आने के बाद केरल कांग्रेस के अध्यक्ष के. सुधाकरन ने पार्टी के 3 कार्यकर्ताओं को सस्पेंड कर दिया है.
सब्जी दुकानदार एस फ़वाज का आरोप है कि 14 सितंबर को केरल कांग्रेस के कुछ लोकल लीडर मेरी दुकान आकर 'भारत जोड़ो यात्रा' के लिए चंदा की मांग करने लगे. मैंने उन्हें चंदा के तौर पर 500 रुपए दिए. लेकिन उन्होंने 2000 रुपए की मांग की. जब मैंने इतनी रकम दे पाने में अक्षमता जाहिर की तो उन्होंने मेरी दुकान तोड़ दी और सब्जियों को सड़क पर फेंक दिया.
शिकायत दर्ज, तीन कार्यकर्ता सस्पेंड
पीड़ित सब्जीवाले ने मामले की शिकायत कुनिकोडी थाने में की है. सब्जी विक्रेता की शिकायत के अनुसार तोड़फोड़ और भारत जोड़ो यात्रा के लिए चंदा वसूली में युथ कांग्रेस के महासचिव अनिस खान शामिल थें. वे 5 की संख्या में अपने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ आए हुए थें. चंदे की रकम न दे पाने पर तोड़फोड़ की गई और सब्जियों को फेंक दिया गया. मामले का वीडियो सामने आने के बाद 3 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सस्पेंड कर दिया गया है.
केरल कांग्रेस अध्यक्ष ने क्या कहा...
मामले का वीडियो सामने आने पर कांग्रेस ने एक्शन लिया है और तीन कार्यकर्ताओं को सस्पेंड कर दिया है. केरल कांग्रेस के अध्यक्ष के. सुधाकरन ने कहा- हम दूसरी पार्टियों की तरह कॉर्पोरेट फंडिंग से पैसा नहीं लेते हैं. हम छोटे स्तर पर चंदा लेते हैं, जिसे लोग अपनी मर्जी से देते हैं. कोल्लम की घटना में शामिल 3 कार्यकर्ताओं को सस्पेंड कर दिया गया है. वे हमारी विचारधारा का प्रतिनिधित्व नहीं करते और उनका बर्ताव जायज नहीं है.