पुणे: 11 साल का बच्चा 2 साल से 22 कुत्तों के बीच कमरे में कैद था! पुलिस माता-पिता को उठा ले गई

पुणे में बच्चे को 2 साल तक कमरे में कैद रखने का मामला: क्रूर माता-पिता ने अपने बच्चे को कुत्तों के साथ कमरे में कैद कर के रखते थे

Update: 2022-05-12 08:47 GMT

पुणे में बच्चे को कुत्तों के साथ 2 साल तक कैद करने का मामला: महाराष्ट्र के पुणे जिले अंतर्गत कोंढवा इलाके से एक मामला सामने आया है. जहां माता-पिता ने ही अपने 11 साल के बच्चे को 22 कुत्तों के बीच 2 साल तक एक ही कमरे में कैद किए हुए रखा था. अपने ही बच्चे के साथ ऐसा सुलूख करने वाले निर्दई बाइलोजिकल माता-पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस बात का खुलासा तब हुआ जब पड़ोस के लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी थी. 

पुणे के पुलिस निरीक्षक सरदार पाटिल का कहना है कि बच्चे को इस तरह से कैद करने के मामले में आरोपी पिता संजय लोधरिया और आरोपी मां शीतल लोधरिया को गिरफ्तार किया है. दोनों कोंढवा के कृष्णाई बिल्डिंग के एक फ्लैट में रहते हैं. दोनों आरोपी सड़क से कुत्तों को उठाकर अपने घर में ले आते थे और एक कमरे में बंद ककर देते थे, और इसी कमरे में उन्होंने अपने 11 साल के बच्चे को 2 साल से कैद किया हुआ था. पुलिस का कहना है कि आरोपी दंपत्ति हर रोज़ अपने फ्लैट में आते थे, कुत्तों और बच्चे को खाना देते थे और लौट जाते थे. 

बच्चे को कुत्तों के साथ कैद क्यों किया था 

पुलिस का कहना है कि कृष्णाई बिल्डिंग में रहने वाले अन्य लोगों को आरोपी दंपत्ति की हरताकों से शक हुआ, घर से एक साथ कई कुत्तों के भोंकने की आवाज आती थी और 2 साल से उसी कमरे में कैद बच्चा खिड़की से अजीब-अजीब हरकते करता था. पड़ोसियों ने देखा कि आरोपी दंपत्ति रोज़ यहां आते हैं और अपने बच्चे को कभी साथ लेकर नहीं जाते। इसके बाद चाइल्ड हेल्प लाइन में शिकायत की गई. जिस रूम में बच्चा कैद था वहां से असहनीय बदबू भी आती थी. 

बच्चा भी कुत्तों की तरह बर्ताव करने लगा था  


शिकायत के बाद जब पुलिस कृष्णाई अपार्टमेंट में गई तो बच्चे और घर की हालत देखकर दंग रह गई. पुलिस ने बच्चे को कमरे से बाहर निकाला। जब पुलिस ने उस मासूम की हालत देखी तो उन्हें पता चला वह बच्चा भी कुत्तों की तरह  हरकते करने लगा है. इतना ही नहीं इस बच्चे ने स्कूल में एक दो क्लासमेट में काटा भी था. 

आरोपी दंपत्ति को कुत्ते पालने का शौख था 

पुलिस ने आरोपी माता-पिता पर जुवेनाइल जस्टिस एक्ट धारा 23 और 28 के तहत मामला दर्ज किया है. पता चला है कि आरोपियों को कुत्ते पालने का शौख था. वो सड़क से कुत्ते उठाकर लाते और अपने बच्चे के कमरे में छोड़ देते। सिर्फ खाना देने के लिए जाते और कुछ समय रहने के बाद लौट आते. 11 साल का मासूम 22 कुत्तों के साथ 2 साल से अपने ही घर के कमरे में कैद था. 


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