पीएम मोदी ने शिवपुरी में हितग्राहियों से वर्चुअली चर्चा की, कहा-योजनाओं का लाभ जिनका अधिकार है उन्हें भटकना न पड़े, यही मोदी की गारंटी है!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पीएम-जनमन के लाभार्थियों से बातचीत में मुख्यमंत्री डॉ. यादव उज्जैन से वुर्चअली हुए शामिल।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की "पीएम जनमन अंतर्गत पीएमवाई (जी) के लाभार्थियों से बातचीत कार्यक्रम" में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, कलेक्ट्रेट उज्जैन से वर्चुअली शामिल हुए। प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम-जनमन के शिवपुरी जिले के ग्राम हातोद की हितग्राही श्रीमती ललिता आदिवासी और श्रीमती विद्या आदिवासी से वर्चुअली चर्चा की।
प्रधानमंत्री को श्रीमती ललिता ने बताया कि उनकी बड़ी बेटी छठवीं में पढ़ती है, उसे छात्रवृत्ति, स्कूल यूनिफार्म मिली है और सुकन्या समृद्धि योजना में भी उसका खाता खुला है। लाड़ली लक्ष्मी योजना का भी बेटी को लाभ मिला है। दूसरा बेटा ध्रुव है, जो दूसरी क्लास में पढ़ रहा है, उसे भी स्कूल यूनिफार्म और मध्यान्ह भोजन मिलता है। तीसरा बेटा आंगनवाड़ी में जा रहा है। श्रीमती ललिता ने बताया कि वे स्वयं, शीतला माता स्व-सहायता समूह से जुड़ी हैं, जिससे गौशाला संचालित करने का काम मिला है। प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीमती ललिता द्वारा तत्परता से दी गई जानकारी की प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री जी हम सब आभारी हैं
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्रीमती ललिता से कहा कि आपका पक्के घर का सपना पूरा होने जा रहा है, आपको आज पहली किस्त भी मिलने जा रही है। श्रीमती ललिता ने प्रधानमंत्री श्री मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपने पिछड़े आदिवासी गांव के बारे में सोचा, जनमन योजना के अंतर्गत सभी योजनाओं का लाभ हमारे समुदाय को उपलब्ध कराया, उसके लिए हम सब आपके बहुत आभारी हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ग्राम हातोद के सभा स्थल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली बच्चियों को भी बातचीत के लिए प्रोत्साहित किया।
विकसित भारत संकल्प यात्रा से मिल रही है जानकारी
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्रीमती ललिता से पूछा कि उन्हें जनमन योजना के बारे में जानकारी कैसे प्राप्त हुई और इस योजना के अंतर्गत उन्हें क्या-क्या लाभ प्राप्त हुए। श्रीमती ललिता ने बताया कि उनके स्व-सहायता समूह को अधिकारियों तथा विकसित भारत संकल्प यात्रा के अंतर्गत गांव में आई रैली से जानकारी प्राप्त हुई। जनमन से उन्हें आवास स्वीकृत हो गया है। अपने घर के बारे में उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था, मकान बनने से उन्हें और उनके परिवार को बहुत प्रसन्नता होगी। उन्होंने बताया कि उनके श्वसुर श्री कृष्णा आदिवासी को केसीसी का लाभ मिला, बच्चों के आधार कार्ड बन गए, बच्चों का जाति प्रमाण-पत्र भी बन गया है। गांव में पहले 310 आयुष्मान कार्ड थे, जनमन योजना से 100 आयुष्मान कार्ड गांव में और बने हैं। गांव में सभी महिलाओं के पास उज्जवला गैस कनेक्शन था पर विकसित भारत संकल्प यात्रा से नई बहुओं को भी गैस कनेक्शन मिल गए। इस तरह गांव में उज्जवला के 20 कनेक्शन और बढ़ गए है। गांव में नल-जल योजना का काम भी चल रहा है जिससे हमें शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्रीमती ललिता से गांव के विकास की योजना के संबंध में पूछा तथा उनकी सूझ-बूझ, प्रस्तुतीकरण और नेतृत्व क्षमता की सराहना की। श्रीमती ललिता ने कहा कि स्व-सहायता समूह से ही उन्हें अपने आप को सही तरीके से अभिव्यक्त करने और व्यक्तित्व विकास का प्रशिक्षण मिला है।
प्रधानमंत्री को मॉडल से बताया गांव का डेवलपमेंट
प्रधानमंत्री श्री मोदी को श्रीमती विद्या ने ग्राम विकास के संबंध में जानकारी दी। श्रीमती विद्या ने बताया कि वे वैष्णो देवी स्व-सहायता समूह का संचालन करती हैं। प्रधानमंत्री-जनमन योजना से बच्चों के आधार कार्ड और जाति प्रमाण पत्र आदि बन गए हैं और गाय व पशुधन के लिए शेड भी स्वीकृत हो गया है। उन्होंने बताया कि जब वे शादी होकर वे ग्राम हातोद आई थी, तब पूरे गांव में केवल कच्चे मकान थे। मैं शिवपुरी की रहने वाली थी और यहां गांव में कोई सुविधा नहीं थी। आज हमारा यह गांव सुंदर और सर्वसुविधा संपन्न है। श्रीमती विद्या ने एक मॉडल के माध्यम से प्रधानमंत्री श्री मोदी को बताया कि गांव में पानी की टंकी, नल, बिजली, पक्की सड़क और सामुदायिक केंद्र है, जहां गांव वाले गणेश उत्सव पर गणेश जी की स्थापना करते हैं और उत्सव मनाते हैं। उन्होंने बताया कि उनका आयुष्मान कार्ड बन चुका है। गांव में पहले एंबुलेंस नहीं आती थी, अब सुविधा हो गई है। इससे गर्भवती महिलाओं को राहत मिली है, फोन लगाने पर एंबुलेंस गांव तक आ जाती है और गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए अब शिवपुरी ले जाना आसान हो गया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी को उन्होंने मॉडल के माध्यम से गांव में आंगनवाड़ी, स्कूल, अपना घर और अपनी सहेलियों के घर आदि दिखाएं।
हर नागरिक को योजनाओं का लाभ मिले
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि विद्या से चर्चा में कहा कि विद्या ने विद्या को पूरी तरह आत्मसात कर लिया है। श्री मोदी ने विद्या जी द्वारा गांव के मॉडल की प्रशंसा करते हुए कहा कि अब देश में आपकी चर्चा होगी। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्रीमती ललिता और श्रीमती विद्या से चर्चा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आपसे बातचीत से पता चलता है कि पीएम जनमन योजना से शासकीय योजनाओं का लाभ वास्तव में लोगों को मिल रहा है। सभी को शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ देने के लिए कैंप भी लगाए जा रहे हैं। हमारी सरकार की यही कोशिश है कि एक-एक नागरिक को योजनाओं का लाभ पहुंचे, लाभ मिलना जिनका अधिकार है उन्हें कहीं भटकना न पड़े, यही मोदी की गारंटी है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी प्रशंसा की तथा बच्चियों को आशीर्वाद प्रदान किया।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पीएम आवास योजना के एक लाख लाभार्थियों को जारी की पहली किस्त
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पीएम-जनमन के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के एक लाख लाभार्थियों को पहली किस्त जारी की। इसके साथ ही 893 करोड़ रूपये लागत के 541 टोलों में 1200 किलोमीटर सड़क निर्माण, 298 करोड़ रूपये की लागत के 70 हजार 263 घरों में विद्युतीकरण परियोजना, 20 करोड़ रूपये की लागत के 405 वन धन विकास केन्द्रों, 126 करोड़ रूपये की लागत के 916 आंगनवाड़ी केन्द्रों, 270 करोड़ रूपये की लागत के 450 मल्टीपरप्स केन्द्रों, 275 करोड़ रूपये की लागत के 100 छात्रावासों, 34 करोड़ रूपये की लागत के 100 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स और 240 करोड़ रूपये की लागत के 206 मोबाईल टॉवर की स्वीकृति प्रदान की।
कमजोर जनजातीय समूहों के सामाजिक आर्थिक कल्याण के लिए संचालित है पीएम जनमन
उल्लेखनीय है कि पीएम-जनमन का आरंभ 15 नवंबर 2023 को जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर किया गया था। प्रधानमंत्री श्री मोदी की मंशा के अनुरूप अंतिम छोर पर मौजूद अंतिम व्यक्ति को सशक्त बनाने के अंत्योदय के विजन की दिशा में विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के सामाजिक-आर्थिक कल्याण के लिए गतिविधियां संचालित करना इसका लक्ष्य है। लगभग 24,000 करोड़ रुपये के बजट के साथ पीएम-जनमन, 9 मंत्रालयों के माध्यम से 11 महत्वपूर्ण हस्तक्षेपों पर केंद्रित है। पीवीटीजी परिवारों और बस्तियों को सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल और स्वच्छता जैसी बुनियादी सुविधाओं से संतृप्त करके शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, बिजली, सड़क और दूरसंचार कनेक्टिविटी और स्थायी आजीविका के अवसरों तक बेहतर पहुंच स्थापित करके पीवीटीजी की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों में सुधार लाना इसका उद्देश्य है।