एक साल से अज्ञातवास में हैं नूपुर शर्मा! उन्हें भड़काने वाला नेता तस्लीम रहमानी आजादी से घूम रहा
अपने ही देश में नूपुर शर्मा बिना किसी डर के घर से बाहर नहीं निकल सकती हैं। उस घटना को एक साल बीत गया है लेकिन जान का खतरा बना हुआ है
कहां है नूपुर शर्मा: बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) एक साल से अज्ञातवास में हैं. अपने ही देश में उनकी ऐसी हालत है कि वो बिना किसी डर के घर से बाहर नहीं निकल सकती हैं. पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई टिप्पणी की घटना को एक साल बीत गया है फिर भी नूपुर शर्मा की जान को खतरा बना हुआ है. और इसमें कोई शक नहीं है कि जान का ख़तरा हमेशा बना रहेगा।
27 मार्च 2022 को लाइव टीवी डिबेट में नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद के बारे में कुछ ऐसा कह दिया जो खुद मुस्लिम स्कॉलर्स कहते हैं और इस्लाम की किताबों में लिखा हुआ है. फिर ही हिंदुस्तान के कट्टरपंथी मुसलमानों ने नूपुर शर्मा के खिलाफ बवाल मचा दिया। जब नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकी मिल रही थी तो उनकी पार्टी ने उन्हें ससपेंड कर दिया। जब नूपुर शर्मा अकेली पड़ गईं और जनता ने उन्हें समर्थन दिया तो उन साथ देने वालों का भी सिर जिहादियों ने काट डाला।
इस्लामिक देशों ने भारत के प्रोडक्ट्स का बॉयकॉट किया तो हिंदुस्तान में रहने वाले कट्टरपंथी खुश हो गए. पैगंबर को लेकर दिए बयान से मुसलमान इतना नाराज हुए कि जान लेने पर तुल गए. एमपी, यूपी, दक्षिण भारत, दिल्ली, बिहार, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड में पत्थरबाजी हुई, आगजनी हुई. हिन्दू मंदिरों को निशाना बनाया गया. कई महीनों तक बवाल मचा रहा, बवाल का कारण था सिर्फ एक बयान जो उतना भी विवादित नहीं था जितना बना दिया गया.
पाकिस्तान से आतंकी भारत में नूपुर शर्मा का 'सिर तन से जुदा' करने के लिए आए. तो यहां रहने वालों ने भी गुस्ताख़ ए रसूल की एक सज़ा सिर तन से जुदा जैसे जिहादी नारे लगाए। ISIS, अलकायदा, और तमाम इस्लामिक आतंकी संगठनों ने भारत के हिन्दुओं को खत्म करने की धमकी दी.
नूपुर शर्मा के नाम पर उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल और महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोल्हे का सर कलम कर दिया गया. और एक साल बाद भी नूपुर शर्मा को जान से मारने के लिए जिहादी घात लगाए बैठे हैं.
तस्लीम रहमानी बेफिक्र होकर जी रहा
नूपुर शर्मा की उस विवादित डिबेट में SDPI का नेता तस्लीम रहमानी भी बतौर पेनालिस्ट बैठा था. तस्लीम रहमानी ने पहले 'शिवलिंग' को लेकर बेहूदा कमेंट किया था. उस वक़्त नूपुर शर्मा की जगह कोई भी होता तो गुस्से में आकर जवाब देता। और अपने ईश्वर के बारे में इतनी घटिया बात सुनकर उन्होंने भी पैगंबर मुहम्मद के बारे में कुछ बातें कह दी. दोनों ने एक दूसरे के ईश्वर/पैगंबर का अपमान किया लेकिन सज़ा हुई सिर्फ नूपुर शर्मा को, गले काटे गए नूपुर शर्मा के नाम पर, कोर्ट ने फटकार लगाई नूपुर शर्मा को और जान का ख़तरा भी नूपुर शर्मा को है. हिन्दुओं के देवता का अपमान करने वाले तस्लीम रहमानी ने ना तो माफ़ी मांगी, ना किसी ने माफ़ी मांगने की मांग को लेकर सड़कों में पत्थरबाजी की. तस्लीम रहमानी आज बेफिक्र होकर अपना काम करता है, टीवी डिबेट में जाता रहता है लेकिन नूपुर शर्मा आज तक अज्ञातवास में हैं और जबतक रहेंगीं तबतक ही सुरक्षित हैं.
सलमान रुश्दी के साथ यही हुआ था
सलमान रुश्दी ने 1988 में द सेटेनिक वर्सेस नाम की किताब लिखी थी जिसमे कुछ ऐसी इस्लामिक आयतों का जिक्र था जो सच में इस्लामिक मजहबी किताब में लिखी हैं. उसी दिन से सलमान रुश्दी की जान को ख़तरा हो गया था. वो अमेरिका शिफ्ट हो गए मगर उस देश में भी कट्टरपंथियों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा। उनकी हत्या का फतवा जारी हो गया था, कई बार तो जान से मारने की कोशिश की गई. सलमान कई सालों तक अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर शिफ्ट होते थे लेकिन अगस्त 2022 में जब वो न्यूयोर्क में लाइव कॉन्फ्रेंस कर रहे थे तब एक जिहादी ने उनपर जानलेवा हमला किया और उनकी एक आंख चली गई. कहने का मतलब है कि 1988 में छपी किताब का बदला 2022 में लिया गया तो सोचिये नूपुर शर्मा को वो लोग कैसे छोड़ देंगे?
कहां हैं नूपुर शर्मा?
किसी को नहीं पता, ना तो नूपुर शर्मा किसी डिबेट में दिखाई देती हैं, ना ही वो सोशल मीडिया में एक्टिव हैं और ना ही वो आजादी से अपने घर से बाहर निकल पाती हैं. बीजेपी ने उन्हें 6 साल के लिए ससपेंड किया है. सस्पेंशन खत्म होने के लिए अभी 5 साल बाकी हैं. इस एक साल में कई मुस्लिम नेताओं और कई एंटी हिन्दू नेताओं ने हिन्दू देवी-देवताओं के बारे में उटपटांग बातें कहीं लेकिन वो सब अपनी लाइफ अच्छे से जी रहे हैं सिर्फ नूपुर शर्मा को ही जान का खतरा है. ऐसा क्यों है? ये सब जानते हैं.
नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पर क्या कॉमेंट किया था वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें