President Election 2022: एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू को बनाया राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार, जीतीं तो देश के सर्वोच्च पद में पहुंचने वाली पहली आदिवासी होंगी

President Election 2022: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया है.

Update: 2022-06-21 18:47 GMT

President Election 2022: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार (President Candidate) घोषित किया है. इसके पहले राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए उम्मीदवार को लेकर बीजेपी की संसदीय बोर्ड (BJP's Parliamentary Board) की बैठक में देर तक मंथन चला था. मंथन के बाद द्रौपदी मुर्मू के नाम पर मुहर लगाईं गई है. अगर वे राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतती हैं तो वे पहली आदिवासी होंगी, जो देश के सर्वोच्च पद पर बैठेंगी. 

बीजेपी की संसदीय बोर्ड (BJP's Parliamentary Board) की बैठक में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए चले मंथन के बाद द्रौपदी मुर्मू को एनडीए की तरफ से कैंडिडेट बनाने का निर्णय लिया गया है. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित संसदीय बोर्ड के अन्य सदस्य बैठक में मौजूद रहे.

कौन हैं द्रौपदी मुर्मू

द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) भारतीय जनता पार्टी (BJP) से संबंधित एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं. वह 2022 के भारतीय राष्ट्रपति चुनाव के लिए भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की आधिकारिक उम्मीदवार हैं. उन्होंने पहले 2015 से 2021 तक झारखंड के नौवें राज्यपाल के रूप में कार्य किया. द्रौपदी, ओडिशा राज्य की एक लोकप्रिय आदिवासी नेता हैं. वह 5 साल का कार्यकाल पूरा करने वाली झारखंड की पहली महिला राज्यपाल हैं, और भारत के राष्ट्रपति पद पर मनोनीत होने वाली पहली आदिवासी हैं. 

द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में बिरंची नारायण टुडू के घर हुआ था. वह संताल समुदाय से ताल्लुक रखती हैं. टुडू और उसके दादा दोनों पंचायती राज व्यवस्था के तहत ग्राम प्रधान थे. द्रौपदी मुर्मू का विवाह श्याम चरण मुर्मू से हुआ था. दंपति के दो बेटे थे, दोनों की मौत हो चुकी थी और एक बेटी.

एनडीए की तरफ से प्रेजिडेंट कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू 1997 में रायरंगपुर नगर पंचायत के पार्षद के रूप में चुनी गई थे. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया.

2000 से 2004 तक मंत्रालय संभाला  

ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार के दौरान, वह 6 मार्च, 2000 से 6 अगस्त, 2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार और 6 अगस्त, 2002 से 16 मई, 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री थीं. उन्हें 2007 में ओडिशा विधानसभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. मुर्मू का कल ही जन्मदिन था. वो 64 साल की हैं.

सूत्रों ने बताया कि द्रौपदी मुर्मू 25 जून को नामांकन दाखिल कर सकती हैं. बीजेपी ने अपने सभी केंद्रीय मंत्रियों को 24 और 25 जून को दिल्ली में रहने को कहा है.

पीएम मोदी ने ट्वीट किया 

एनडीए की तरफ से द्रौपदी मुर्मू को प्रेजिडेंट कैंडिडेट बनाए जाने के ऐलान के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, "लाखों लोग, विशेष रूप से वे जिन्होंने गरीबी का अनुभव किया है और कठिनाइयों का सामना किया है, द्रौपदी मुर्मू के जीवन से बड़ी ताकत हासिल करते हैं. नीतिगत मामलों की उनकी समझ और दयालु स्वभाव से हमारे देश को बहुत लाभ होगा."

विपक्षी दलों की तरफ से यशवंत सिन्हा होंगे प्रेजिडेंट कैंडिडेट 

राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को मैदान में उतारा गया है. मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है. विपक्षी उम्मीदवार के रूप में सिन्हा के नाम की घोषणा के बाद अगले राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए 18 जुलाई को मतदान होना अब तय माना जा रहा है. राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया जारी है. 29 जून नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है.

गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव (President Election) में संख्या बल के आधार पर बीजेपी नीत एनडीए मजबूत स्थिति में है और उसे यदि BJD या आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ YSR कांग्रेस जैसे दलों का समर्थन मिल जाता है तो उसकी जीत निश्चित हो जाएगी.


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