National Herald: नेशनल हेराल्ड केस क्या है? जानें जिस मामले में राहुल गांधी से हो रही है पूछताछ

National Herald Case Kya Hai: हेराल्ड एक समाचार पत्र है जिसे 1938 में देश के पूर्व प्रधानमंत्री पं.जवाहरलाल नेहरू (Pt. Jawaharlal Nehru) ने शुरू किया था। इस अखबार के प्रकाशन का जिम्मा प्रकाशन एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (Associated Journals Limited) नाम की कंपनी के पास था.

Update: 2022-08-04 13:10 GMT

National Herald Case: इन दिनों प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा हेराल्ड न्यूज़ पेपर (Herald News Paper) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के मामले में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी (Sonia Gandhi) और पार्टी के नेता राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) को इसी साल जून की शुरुआत में ही पेश होने के लिए समन भेजा था। यह मामला पिछले दस सालों से चल रहा है। ऐसे में कई बार लोगों के मन में प्रश्न उठता है की आखिर ये हेराल्ड मामला क्या है? हेराल्ड क्या है? और ये इतने दिनों से ये क्यों चल रहा है;

नेशनल हेराल्ड क्या है? 

National Herald Kya Hai: हेराल्ड एक समाचार पत्र है जिसे 1938 में देश के पूर्व प्रधानमंत्री पं.जवाहरलाल नेहरू (Pt. Jawaharlal Nehru) ने शुरू किया था। इस अखबार के प्रकाशन का जिम्मा प्रकाशन एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (Associated Journals Limited) नाम की कंपनी के पास था. इस कम्पनी में यह कम्पनी अन्य दो और अखबार भी निकालती थी. जो की हिंदी भाषा का नवजीवन तथा उर्दू का कौमी आवाज था।

हेराल्ड (Herald) के तत्कालीन समय में पांच हजार स्वतंत्रता सेनानी शेयर होल्डर्स थे। यह अख़बार अंग्रेजी हुकूमत के लिए किरकिरी बन चुका था इसलिए अंग्रेजों ने इसे 1942 में बैन कर दिया था। क्योंकि स्वतंत्रता सेनानी अपनी आवाज को इस अखबार के सहारे लगातार बुलंद कर रहे थे। तथा आजादी के बाद यह कांग्रेस की नीतियों को जनता तक पहुँचाने का माध्यम बन गया था। 

नेशनल हेराल्ड केस क्या है?

National Herald Case Kya Hai: सन 1962-63 में दिल्ली-मथुरा रोड रोड के 5-A बहादुर शाह जफर मार्ग पर एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) को 0.3365 एकड़ जमीन आवंटित की गई. और यह शर्त रखी गई कि इस भूमि पर बनने वाली बिल्डिंग का निर्माण किसी और काम के लिए नहीं होगा. वर्ष 2008 में कांग्रेस की यूपीए सरकार सत्ता में थी, कम्पनी पर 90 करोड़ का कर्ज बताकर अख़बार का प्रकाशन बंद कर दिया गया। उसी समय कांग्रेस ने पार्टी के फण्ड से AJL कंपनी को बिना ब्याज के लोन दिया। उसी समय सोनिया गाँधी ने यंग इण्डियन (Young Indian) नाम से कम्पनी बनाई थी। यंग इंडियन को एसोसिएटेड जर्नल्स को दिए लोन के बदले में कंपनी की 99 फीसदी हिस्सेदारी मिल गई. यंग इंडियन कंपनी में सोनिया और राहुल गांधी की 38-38 फीसदी की हिस्सेदारी है. अन्य 24 फीसदी शेयर होल्डर में कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, पत्रकार सुमन दुबे, और कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा शामिल थे.

नेशनल हेराल्ड मामले में सबसे बड़ा मोड़ 2012 में आया, जब भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने आरोप लगाते हुए निचली अदालत में एक शिकायत दर्ज करवाई. उन्होंने कहा, यंग इंडिया लिमिटेड द्वारा एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के अधिग्रहण में धोखाधड़ी और विश्वासघात किया गया. इस धोखाधड़ी में कांग्रेस के कुछ नेता शामिल थे.

सुब्रमण्यम स्वामी के आरोप

Subramanian Swamy's Allegations: सोनिया-राहुल के द्वारा नेशनल हेराल्ड (National Herald Property) की दो हजार करोड़ रुपये की संपत्ति हथिया ली. सर्वप्रथम AJL को 26 फरवरी 2011 को 90 करोड़ रुपये का लोन दिया गया, सोनिया और राहुल की 38-38 प्रतिशत हिस्सेदारी से यंग इंडिया कंपनी बनाई और AJL ने 10-10 रुपये के नौ करोड़ शेयर यंग इंडिया को दिए। जिसके बाद 9 करोड़ शेयर के साथ यंग इंडिया को AJL का मालिकाना हक मिला। बाद में कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ रूपए का लोन भी माफ कर दिया. यानी यंग इंडिया को मुफ्त में AJL का स्वामित्व मिल गया। 



नेशनल हेराल्ड केस में क्या-क्या हो चुका 

National Herald Case Update

  • सुब्रमण्यम स्वामी ने सन 2012 में दिल्ली कोर्ट में केस दर्ज कराया था। 
  • 2014 से ED ने इस मामले में जांच शुरू की। तथा अदालत ने सोनिया-राहुल को इस मामले में आरोपी के रूप में समन भेजा।
  • 2015 में सोनिया-राहुल पटियाला हाईकोर्ट में पेश हुए जहाँ उन्हें जमानत मिली, व सुनवाई जारी रही। 
  • मई 2019 को मामले से जुड़े 64 करोड़ रूपए की संपत्ति जब्त की गई.
  • अक्टूबर 2018 में दिल्ली हाई कोर्ट ने बिल्डिंग का उपयोग व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए हो रहा है कहकर, हेराल्ड हॉउस को खाली करने का आदेश दिया। 
  • फरवरी 2019 में कांग्रेस पार्टी (Congress Party) ने हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी।
  • अप्रैल 2019: सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाई कोर्ट के इस आदेश पर रोक लगा दी.
  • जून 2022 में ED ने राहुल-सोनिया को समन भेजकर कई बार पूछताछ की। व हेराल्ड हाउस को सील किया व अभी लगातार कार्यवाही जारी है। 
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