यूक्रेन में फंसे एमपी के स्टूडेंट्स, रीवा का छात्र भी फंसा, किराया बहुत महंगा, सरकार से एयरलिफ्ट की मांग
MP students trapped in Ukraine A student of Rewa also trapped: मध्य प्रदेश के अलावा बिहार, यूपी और राजस्थान सहित कई राज्यों के स्टूडेंट्स यूक्रेन में फंसे हुए हैं;
MP students trapped in Ukraine A student of Rewa also trapped: रूस और यूक्रेन के बीच तनाव का माहौल है, दोनों देशों के बीच युद्द कभी भी शुरू हो सकता है। इस दौरान भारत सरकार भी टेंशन में है कि यूक्रेन में फंसे भारतीय स्टूडेंट्स को कैसे वापस सुरक्षित बुलाया जाए. इसके लिए सरकार ने यूक्रेन में मौजूद इंडियन एम्बेसी को निर्देश दिए हैं कि वह सभी भारतीय स्टूडेंट्स तक यह खबर पहुंचाए कि वह वापस भारत लौट आएं
बता दें कि यूक्रेन में करीब 20 हज़ार भारतीय पढाई करते हैं और हज़ारों भारतीय वहां काम भी करते हैं. भारत के कई राज्यों के बच्चे मौजूदा हालत में खुद को वहां सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं. भारत सरकार ने भी उन्हें वापस लौट आने के लिए कहा तो है लेकिन इसके लिए सरकार अपनी तरफ से कोई बंदोबस्त नहीं कर रही है. लीजहा यूक्रेन से भारत आने वाली फ्लाइट्स के दाम 3 से 4 गुना महंगे हो गए है और स्टूडेंट्स अब सरकार से एयरलिफ्ट की मांग कर रहे हैं.
एमपी के कई स्टूडेंट्स फंसे हुए हैं
यूक्रेन में मध्यप्रदेश के सैकंडों स्टूडेंट्स फंसे हुए हैं, जिनमे भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रतलाम और रीवा के छात्र सहित अन्य जिलों के स्टूडेंट्स शामिल हैं. छात्रों का कहना है कि उनकी युनिवेर्सिटी का कहना है कि आप यहीं रहकर पढाई करिये, भारत वापस गए तो एब्सेंट के साथ जुर्मना लगेगा और रिजल्ट में खराबी होगी।
रीवा का एक स्टूडेंट वहीं फंसा है
रीवा जिले के जवा रामबाग के रहने वाले प्रज्ज्वल तिवारी यूक्रेन की तरनोपिल स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी से MBBS की पढाई करते हैं. और तरानो पिल स्टेट में रहते हैं. वो भी युद्द के हालातों में वहीं फंसे हुए हैं. उन्होंने अपने घर वालों से चिंता व्यक्त की है और वहां के हालात सुनकर घर वाले प्रज्ज्वल की फ़िक्र कर रहे हैं. टेलिकॉम सेवाएं ठप्प होने के बाद से प्रज्ज्वल अब अपनी फेमिली से बात भी नहीं कर पा रहे हैं.
कैसे होगी वापसी किराया बहुत महंगा है
भारत सरकार ने यूक्रेन में फंसे छात्रों को वापस बुलाने का आदेश जारी कर के ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है. अब वहां फंसे स्टूडेंट्स के सामने अलग समस्या खड़ी हो गई है। जो टिकट पहले 60 से 70 हज़ार रुपए की होती थी वो युद्द के हालातों के बाद 2 से 4 लाख रुपए की हो गई है। भले की भारत के स्टूडेंट्स विदेश में पढाई कर रहे हैं लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि सब के सब अमीर हैं और इतने महंगे टिकट अफोर्ड कर सकते हैं. यूक्रेन में फंसे छात्र सरकार से एयरलिफ्ट की मांग कर रहे हैं.