अग्निपथ योजना के विरोध में उपद्रवियों ने 11 ट्रेनों को जला डाला, एक ट्रेन की कीमत जानकर आपके होश उड़ जाएंगे
The miscreants burnt 11 trains in protest against the Agneepath scheme: उपद्रवी हमेशा रेलवे की संपत्ति पर हमला क्यों करते हैं?
अग्निपथ योजना के विरोध में 11 ट्रेन राख: देश की सेना में चार साल तक सेवा देने वाली योजना 'अग्निपथ' के विरोध में उपद्रवी बवाल काटे हुए हैं. बिहार के कई हिस्सों में 11 ट्रेनों को जलाकर राख कर दिया गया है. कई बसों को जलाया गया, नेताओं के घरों, बीजेपी के दफ्तरों और रेलवे की सम्पत्तियों को आग के हवाले कर दिया गया.
बिहार, एमपी, हरियाणा, यूपी, जम्मू, तेलंगाना, राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, जैसे 11 प्रदेशों के कई जिलों में अग्निपथ योजना के खिलाफ हिंसा चल रही है. सबसे ज़्यादा सरकारी और रेलवे की संपत्ति को नुकसान पंहुचा है तो वो बिहार राज्य हैं. इस राज्य के प्रदर्शनकारी कुछ ज़्यादा ही उपद्रवी समझ में आ रहे हैं जिन्होंने पैसेंजर्स से भरी ट्रेन को फूंक डाला, बिहार में ट्रेन में बैठे एक यात्री की जलने से मौत हो गई और तेलंगाना में भी एक निर्दोष व्यक्ति मारा गया.
उपद्रवियों ने 11 ट्रेनों को आग में झोंक दिया
बिहार में 12 में उग्र प्रदर्शन चल रहा है, यहां उपद्रवियों ने अबतक 10 ट्रेनों को आग में झोंक डाला है. बिहार के लखीसराय में तो ट्रेन यात्रियों से भरी हुई थी जिनमे से एक यात्री समय से बाहर नहीं निकल पाया और जलकर मर गया. तेलंगाना के सिकन्दराबद रेलवे स्टेशन में में पैसेंजर से भरी ट्रेन की बोगी में आग लगा दी गई, गनीमत रही कि बोगी में बैठे महिलाऐं, पुरुष, वृद्ध और बच्चों को किसी तरह निकाल लिया गया.
रेलवे को क्यों निशाना बनाते हैं उपद्रवी
प्रदर्शनकारी रेलवे को इस लिए अपना निशाना बनाते हैं क्योंकि ट्रेन रोक देने से भारत का सबसे बड़ा ट्रांस्पोर्टेशन रुक जाता है, हज़ारों लोग एक साथ प्रभावित होते हैं. रेलवे की संपत्ति को नुकसान मतलब सबसे बड़ा नुकसान होता है. उपद्रवियों की मंशा सिर्फ सरकार को नुकसान पहुँचाने की होती है.
एक ट्रेन के इंजन और बोगी की कीमत
बिहार में 10 ट्रेन और तेलंगाना में ट्रेन की एक ट्रेन को बोगी को आग के हवाले किया गया है. इसी के साथ सरकार को सिर्फ एक दिन में करोड़ों रुपए का नुकसान पहुंचा दिया है. आपको बता दें कि ट्रेन के एक इंजन की कीमत 30 से 40 करोड़ और एक बोगी की कीमत 20 करोड़ रुपए होती है. बिहार में 10 ट्रेन जलाई गईं हैं. रेलवे को सिर्फ ट्रेन जलने से कितना नुकसान हुआ है यह आप जोड़ लीजिए।
रेलवे ने 316 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया है, 91 ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया है, हैदराबाद में मेट्रो बंद हो गई है, और 200 ट्रेनों की टाइमिंग प्रभावित हुई है. अग्निपथ के अग्निकांड में बहुत कुछ जलकर खाख हो गया है. और सबसे ज़्यादा नुकसान यात्रियों और रेलवे को पहुंचा है.