संकट में महाराष्ट्र सरकार: गुजरात गए शिवसेना के मंत्री शिंदे और 25 विधायक, सीएम उद्धव ठाकरे का फोन तक नहीं उठा रहें
Maharashtra Government Crisis: लगातार हो रही उपेक्षा के चलते शिवसेना के कद्दावर मंत्री एकनाथ शिंदे 25 विधायकों के साथ गुजरात चले गए हैं. इन सभी का महाराष्ट्र सरकार से संपर्क टूट गया है.
Maharashtra Government Crisis: महाराष्ट्र में शिवसेना सरकार पर बड़ा संकट मंडरा रहा है. अपनी ही सरकार में लगातार हो रही उपेक्षा से नाराज होकर कद्दावर मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) अपने 25 विधायकों के साथ गुजरात चले गए हैं. इन सभी का महाराष्ट्र सरकार से संपर्क टूटा हुआ है. कोई भी सीएम उद्धव ठाकरे का फोन तक नहीं उठा था. इधर, शिवसेना ने आज विधायक दल की आपात बैठक बुलाई है.
होटल ली मेरिडियन में रुके हैं मंत्री एवं विधायक
मीडिया के हवाले से खबर है कि महाराष्ट्र सरकार के नगरीय विकास मंत्री एकनाथ शिंदे सभी विधायकों के साथ सूरत के होटल ली मेरिडियन में ठहरे हुए हैं. सभी विधायक आज प्रेस कांफ्रेंस करके बड़ी घोषणा कर सकते हैं. दोपहर 2 बजे होटल से ही प्रेस कांफ्रेंस होगी. विधायकों को सूरत लाने में दो बड़े नेताओं का हाथ बताया जा रहा है.
राउत का दिल्ली दौरा रद्द, एनसीपी अध्यक्ष उद्धव से मिले
महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं. सियासी उठक पटक के बीच महाराष्ट्र एनसीपी के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने उद्धव ठाकरे से मातोश्री में मुलाकात की है. वहीं कद्दावर शिवसेना नेता एवं सांसद संजय राउत ने दिल्ली दौरा रद्द कर दिया है. राष्ट्रपति कैंडिडेट को लेकर आज शरद पवार के दिल्ली आवास पर बैठक में वे शामिल होने वाले थे.
राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव के बाद से चल रहे नाराज
एकनाथ शिंदे की गिनती शिवसेना के दिग्गज नेताओं में से है. जब 2019 में चुनाव का रिजल्ट आया था, तो शिवसेना ने शिंदे को विधायक दल का नेता बनाया था. शिंदे ठाणे इलाके के बड़े नेता माने जाते हैं और बाला ठाकरे के समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं. पिछले दिनों महाराष्ट्र में राज्यसभा और विधान परिषद के चुनाव में शिवसेना ने शिंदे को दरकिनार कर दिया, जिसके बाद से ही वे नाराज चल रहे थे.
अगर विधायक बागी हुए, तो गिर जाएगी महाराष्ट्र सरकार?
महाराष्ट्र में अगर ये 13 विधायक बागी हुए, तो सरकार पर गिर सकती है. दरअसल, राज्य में उद्धव ठाकरे सरकार के पास 153 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. सरकार बनाने के लिए 144 विधायक चाहिए, क्योंकि 1 सीट वर्तमान में खाली है. अगर, शिवसेना में फूट होती है, तो कांग्रेस के भी कुछ विधायक पाला बदल सकते हैं.