कन्हैयालाल हत्याकांड: NIA जांच करेगी, पूरा उदयपुर बंद, परिवार की मांग हत्यारों को फांसी हो
Udaipur murder case: 28 जून की दोपहर मुस्लिम आतंकियों ने राजस्थान के उदयपुर में रहने वाले दर्जी कन्हैयालाल का गला काट दिया था, पोस्टमार्टम के बाद बुधवार को अंतिम संस्कार होगा
Kanhaiyalal murder case: राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल नामक दर्जी की मुस्लिम हमलावरों द्वारा हत्या कर दी गई. इस वारदात के 4 घंटे बाद ही राजस्थान पुलिस ने दोनों हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया। इस हत्या से कहीं हिन्दू सम्प्रदाय भड़क ना जाए इस लिए गेहलोत सरकार ने तुरंत उदयपुर में इंटरनेट बंद करवा दिया और उस वीडियो को सोशल मिडिया से हटवा दिया गया जिसमे इस निर्मम हत्या की पूरी घटना दिखाई दे रही थी.
पुलिस ने दोनों हत्यारों को वारदात के 4 घंटे बाद ही पकड़ लिया, लेकिन पुलिस के लिए यह कोई बड़ी कामियाबी नहीं है. हत्यारों को गिरफ्तार होना ही था इसी लिए तो उन्होंने खुद हत्या का वीडियो रिकॉर्ड किया और बड़े गर्व के साथ अपना जुर्म कबूलते हुए वीडियो अपलोड किया। कन्हैयालाल की हत्या करने वाले मुस्लिम हत्यारों के नाम गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार है.
मृतक कन्हैयालाल (40) का पोस्टमार्टम हो चुका है. मुस्लिम कातिलों कन्हैयालाल का सिर धड़ से अलग कर दिया और उसके शरीर में कई बार धारदार हथियार से हमला किया। अब बुधवार दोपहर को कन्हैयालाल का अंतिम संस्कार शुरू हुआ है और अंतिम यात्रा में हज़ारों लोगों की भीड़ इकठ्ठा हुई है.
उदयपुर में कर्फ्यू लगा है. 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद किया गया है. एक महीने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है पूए शहर में पुलिस फ़ोर्स तैनात है. कन्हैयालाल के अंतिम संस्कार के दौरान भारी पुलिस बल मौजूद है.
परिवार वालों ने कहा फांसी दो
कन्हैयालाल के अंतिम संस्कार से पहले उनके शव को घर ले जाया गया. जहां उनके परिवार वाले फुट-फुट कर रोए, और हत्यारों को फांसी देने की मांग उठाई। पीड़ित परिवार का कहना है कि इनको फांसी दो वरना ये और लोगों को भी इसी तरह मार डालेंगे।
NIA जांच करेगी
केंद्र सरकार ने NIA को कन्हैयालाल हत्याकांड की जाँच करने का जिम्मा दिया है. NIA और SIT की टीम उदयपुर पहुंच चुकी है. गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए इस हत्याकांड की जाँच NIA के हाथों देने की बात कही है. इस केस में अंतराष्ट्रीय भूमिका की जांच भी की जाएगी।
बीजेपी का राजस्थान बंद
इस घटना के बाद राजस्थान बीजेपी ने बुधवार को राज्य बंद एलान किया है. उदयपुर समेत झालावाड़, डूंगरपुर, राजसमंद समेत कई शहर बंद हैं। राज्य के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया मृतक के परीजनों से मिलने पहुंचे थे. उन्होंने इस घटना को सरकार का की असफलता बताई है और कहा कि जब कन्हैयालाल ने पुलिस से अपनी जान का खतरा होना बताया था तो उसे सुरक्षा क्यों नहीं दी गई. इस मामले में पुलिस के उच्च अधिकारीयों से लेकर छोटे पुलिसकर्मियों की लापरवाही है जिनपर कार्रवाई होनी चाहिए।
अशोक गेहलोत की हाई लेवल मीटिंग
कन्हैयालाल हत्याकांड में सीएम अशोक गेहलोत ने जोधपुर दौरे को बीच में ही छोड़कर जयपुर रवाना हो गए हैं. जहां अपने मंत्रियों और पुलिस अधिकारीयों के साथ इस घटना को लेकर हाई लेवल मीटिंग बुलाई गई है. सीएम ने मृतक के परिजनों को 31 लाख आर्थिक सहायता और परिवार के दो सदस्यों को कॉन्ट्रैक्ट में नौकरी देने की बात कही है. इस मामले में धानमंडी थाने के ASI भंवरलाल को निलंबित कर दिया गया है.
मजहब के नामपर हत्या
28 जून की दोपहर 2:30 बजे के करीब गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार नाम के दोनों मुस्लिम आतंकी कपडे का नाम देने के नामपर कन्हैयालाल की हत्या करने के लिए उनकी दुकान में गए थे. इस दौरान एक हमलावर वीडियो बना रहा था और दूसरा कन्हैयालाल पर हमला कर रहा था. गौस मुहम्मद ने कन्हैयालाल पर कई बार बड़े से खंजर से हमला किया और जब वो जमीन में गिर पड़ा तो उसका सिर कलम कर दिया। हत्या करने के बाद हत्यारों ने बड़े फर्क के साथ अपना जुर्म कबूल किया। और वीडियो इंटरनेट में डाल दिया।
पुलिस ने धमकी देने वालों को नहीं कन्हैयालाल को ही गिरफ्तार किया था
कन्हैयालाल की दुकान में काम करने वाले ईश्वर नाम के कर्मचारी ने बताया कि सेठ जी ने 10-15 दिन पहले सोशल मीडया में पोस्ट डाली थी, जिसके बाद उनके पडोसी ने इसकी शिकायत 11 जून को धानमंडी थाने में की थी. पुलिस ने 11 जून के दिन कन्हैयालाल को गिरफ्तार कर लिया था. बाद में दोनों पक्षों में समझौता करवा दिया। बाद में मुसलमानों द्वारा कन्हैयालाल को प्रताड़ित किया जाने लगा, उसकी हत्या करने की बाते कही जाने लगीं। कन्हैयालाल ने इसके बारे में पुलिस को पत्र भी लिखा था लेकिन पुलिस ने धमकी देने वालों को पकड़ा तक नहीं। और 28 जून को उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई.