चित्तौड़गढ़ में मनाया जाता है जोहर श्रद्धांजलि समारोह, क्या है यह जोहर

अपने मान सम्मान और शील की रक्षा करने के लिए देश की वीरांगना अपने प्राणों की आहुति खुशी खुशी दे दिया करती थी। यह प्राणों की आहुति वीरांगनाए जलते हुए कुंड में कूदकर दिया करती थी।

Update: 2022-03-27 05:35 GMT

अपने मान सम्मान और शील की रक्षा करने के लिए देश की वीरांगना अपने प्राणों की आहुति खुशी खुशी दे दिया करती थी। यह प्राणों की आहुति वीरांगनाए जलते हुए कुंड में कूदकर दिया करती थी। कई बार इसे लोगों ने सती का भी रूप देने का प्रयास किया लेकिन इसके कारण स्पष्ट होने पर उठ रहे प्रश्न समाप्त हो गए। इन्हीं वीरांगनाओं को याद करते हुए हर वर्ष की भांति 26 से 28 मार्च 2022 तक जोहर श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन चित्तौड़गढ़ में किया जा रहा है।

क्यों मनाया जाता है जोहर

जौहर के संबंध में बताया जाता है कि हमारे देश के राजाओं की पत्नियां जोहर किया करती थी। कहा जाता है कि जब युद्ध के दौरान राजा पराजित हो जाते थे या वीरगति को प्राप्त हो जाते थे तब राज्य की महारानी के साथ अन्य महिलाएं अपने शील की रक्षा के लिए जोहर किया करती थी।

भव्य होगा इस वर्ष का समारोह

जानकारी के अनुसार कोरोना की वजह से विगत 2 वर्षों में जोहर श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन नहीं हो सका था। लेकिन इस वर्ष बड़े ही पारंपरिक ढंग से जोहर समारोह का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम का आयोजन इंदिरा गांधी स्टेडियम में किया गया है।

यह होंगे शामिल

समारोह में कई तरह की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। तो वही मुख्य समारोह 28 मार्च को आयोजित होगा। कार्यक्रम के शुभारंभ में 26 मार्च को महाराणा सांगा पारंपरिक ग्रामीण एवं खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित होगी। समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत होंगे। राजस्थान के मंत्री भंवर सिंह भाटी पंजाब के राज्यपाल बी पी सिंह बदनोर, सांसद सीपी जोशी शामिल होंगे।

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