LTTE चीफ प्रभाकरन जिंदा है? श्रीलंका ने 2009 में मृत घोषित किया था, दावा है कि LTTE Chief Prabhakaran जल्द सामने आएगा

LTTE chief Prabhakaran alive: LTTE प्रमुख वेलुपिल्लई प्रभाकरन (LTTE chief Velupillai Prabhakaran) जिंदा है। यह दावा तमिलनाडु के पूर्व कांग्रेस नेता पाझा नेदुमारन ने किया है

Update: 2023-02-13 09:26 GMT

LTTE chief Velupillai Prabhakaran Is Alive: तमिलनाडु के पूर्व कांग्रेस नेता और वर्ल्ड कन्फेडरेशन ऑफ तमिल के अध्यक्ष पाझा नेदुमारन (Pazha Nedumaran) के दावे ने भारत और श्रीलंका को हिला के रख दिया है. Pazha Nedumaran ने दावा किया है कि LTTE प्रमुख वेलुपिल्लई प्रभाकरन जिंदा है। (LTTE chief Velupillai Prabhakaran is alive). उन्होंने कहा है कि प्रभाकरन जिंदा और स्वस्थ है और जल्द अपनी मौत की अफवाह को विराम देते हुए वह दुनिया के सामने आएगा।


दरअसल LTTE संगठन के चीफ प्रभाकरन को श्रीलंका ने मृत घोषित कर दिया था. श्रीलंका ने 18 मई 2009 को यह घोषणा की थी कि Velupillai Prabhakaran को मार दिया गया है. श्रीलंका ने बयान दिया था कि वह 17 मई, 2009 को उस समय मारा गया जब देश के उत्तरी भाग में श्रीलंकाई सैनिक उन्हें पकड़ने की कोशिश कर रहे थे।


श्रीलंकाई मीडिया में प्रभाकरन का शव भी दिखाया गया था और LTTE के प्रवक्ता सेल्वारासा पथ्मनाथान ने इसकी पुष्टि भी की थी. इसके बाद DNA टेस्ट में भी यह साबित हुआ था कि शव प्रभाकरन का है. इसी दौरान प्रभाकरन के बेटे एंथनी चार्ल्स की भी मौत हो गई थी।

क्या है LTTE 

What Is LTTE: LTTE का फुलफॉर्म लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम है. यह श्रीलंकाई आतंकी संगठन है. जो श्रीलंका में तमिलों के लिए अलग राष्ट्र की मांग को लेकर बनाया गया था. इस संगठन का नेता वेलुपिल्लई प्रभाकरन था। 1976 में इस संगठन ने विलिकाडे में नरसंहार किया था. जिसके बाद यह और भी मजबूत हो गया था. LTTE के साथ दूसरे देशों के अलगावादी भी जुड़ गए थे. 

LTTE के कारण श्रीलंका में गृहयुद्ध शुरू हो गया था. इसे शांत करने के लिए 29 जुलाई 1987 को भारत और श्रीलंका के बीच शांति समझौता हुआ था. भारत ने LTTE के लोगों से मुकाबला करने के लिए अपनी सेना भेजी थी. जिसके बाद भारत भी LTTE का दुश्मन बन गया था. इसके बाद LTTE ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या करवा दी थी. 


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