कितना ताकतवर है भारतीय पासपोर्ट, जानिए दुनिया के कितने देशों में बिना वीज़ा जा सकते है भारतीय।
दुनिया के सबसे ताकतवर पासपोर्ट की बात की जाए तो भारतीय पासपोर्ट 90वें स्थान पर है. इससे पता चलता है कि कितने देश भारत को वीज़ा फ्री ट्रैवल की अनुमति देता है. ताकतवर पासपोर्ट का मतलब यह कि कितने देश उन देशो को बिना वीज़ा के आने की अनुमति देता है.
अगर दुनिया के सबसे ताकतवर पासपोर्ट (Passport) की बात की जाए तो भारतीय पासपोर्ट 90वें स्थान पर है. इससे पता चलता है कि कितने देश भारत को वीज़ा (visa) फ्री ट्रैवल की अनुमति देता है. भारतीय नागरिकों के पास 58 देशों और क्षेत्रों में आगमन पर वीज़ा-मुक्त या वीज़ा था, जो हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के अनुसार यात्रा स्वतंत्रता के मामले में भारतीय पासपोर्ट को 90वें स्थान पर रखता है.
दुनिया के ताकतवर पासपोर्ट (Passport) रैंकिंग में भारत कई कदम नीचे आ गया है. पिछले 10 सालों में पहली बार भारत की रैंकिंग इतनी नीचे आ गई है. इस रैंकिंग से पता चलता है कि आखिर किस देश का पासपोर्ट (Passport) कितना ताकतवर है. पिछले कुछ सालों में भारत की रैंक में सिर्फ गिरावट ही आई है. ऐसे में जानते हैं कि आखिर ताकतवर पासपोर्ट (Passport) का क्या मतलब है और यह किस आधार पर तय होता है कि किस देश का पासपोर्ट कितना मजबूत है, आइये जानते है पासपोर्ट से जुडी कुछ ख़ास बातों को.
सबसे ऊपर कौन सा देश
इस लिस्ट में सबसे पहले स्थान पर जापान और सिंगापुर है. जापान और सिंगापुर के नागरिकों को 192 देशों में बिना वीज़ा (visa) के जाने की अनुमति है. इसके बाद दूसरे स्थान पर दक्षिण कोरिया और जर्मनी संयुक्त रूप से हैं. वहीँ तीसरे स्थान पर फिनलैंड, इटली, स्पेन और Luxembourg हैं. चौथे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया और डेनमार्क है. इसके बाद पांचवें स्थान पर फ्रांस, आयरलैंड, नीदरलैंड और पुर्तगाल है,
किस आधार पर तय होती है रैंकिंग
पासपोर्ट रैंकिंग इस आधार पर तय होती है कि कितने देश उस पासपोर्ट (Passport) धारक को बिना वीज़ा के अपने देश में प्रवेश की अनुमति देता है. जैसे अभी भारत को 58 देश बिना वीज़ा के एंट्री की अनुमति देता है, इसका मतलब है कि भारतीय पासपोर्ट बिना वीज़ा (visa) के उन देशों में जा सकते हैं. जिस देश के पासपोर्ट (Passport) को जितने ज्यादा देश प्रवेश की अनुमति देता है उस देश का पासपोर्ट (Passport) सबसे ज्यादा मजबूत होता है.