Face Authentication 2022: EPFO ने 73 लाख पेंशनरों को दिया अब तक का सबसे बड़ा तोहफा, शुरू हुई नई सुविधा
EPFO Launches Face Authentication: पेंशनधारी बुजुर्ग लोगों को जीवन प्रमाण पत्र दाखिल करने में होने वाली परेशानी से बचाने के लिए ईपीएफओ (EPFO) ने अपने नियमों में एक बड़ा संशोधन किया है.
EPFO Launches Face Authentication In Hindi: पेंशनधारी बुजुर्ग लोगों को जीवन प्रमाण पत्र दाखिल करने में होने वाली परेशानी से बचाने के लिए ईपीएफओ (EPFO) ने अपने नियमों में एक बड़ा संशोधन किया है। जिसका लाभ करीब 73 लाख पेंशनरों को मिलेगा। सामान्य तौर हर पेंशनधारी को वर्ष में एक बार अपने जीवित होने का प्रमाण प्रस्तुत करना होता है। जिसमें कई माध्यमों से व्यक्ति की पहचान बैंकों द्वारा निर्धारित की जाती है। लेकिन इसमें कई बार परेशान हो जाते हैं। लेकिन इस नए नियम के बाद पेंशनरों को परेशानी नहीं होगी।
क्या होती थी पेंशनरों को परेशानी
ईपीएफओ के नियम के मुताबिक हर पेंशनर को वर्ष में एक बार अपने जीवित होने का प्रमाण प्रस्तुत करने के लिए बैंक में उपस्थित होना पड़ता है। बैंक में उपस्थित होकर जहां पेंशनर को बायोमेट्रिक तरीके से बताना होता है कि वह वही व्यक्ति है जो पेंशन प्राप्त कर रहा है। लेकिन बढ़ती उम्र सूखती शरीर की चमड़ी की वजह से बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण में बहुत परेशानी होती है। ऐसे में कई बार पेंशनरों को बैंकों के चक्कर काटने पड़ते हैं।
क्या हुआ नियम में परिवर्तन
पेंशनरों कि इस परेशानी को देखते हुए ईपीएफओ ने नई सुविधा देने जा रहा है। ईपीएफओ पेंशनरों को जीवन प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के लिए चेहरा पहचान सुविधा देगा।
कहने का मतलब यह है कि अगर किसी पेंशनर के बायोमेट्रिक मिलान में परेशानी हो रही है तो ऐसी दशा में चेहरा पहचान सुविधा का भी उपयोग किया जाएगा। इससे पेंशनरों को होने वाली परेशानी से निजात मिलेगी तो वही पेंशनरों द्वारा जमा की जाने वाला जीवन प्रमाण पत्र समय पर जमा हो पाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने दी हरी झंडी
केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने पेंशनरों के लिए चेहरा प्रमाणीकरण तकनीक इस्तेमाल करने को हरी झंडी दे दी है। केंद्रीय मंत्री के द्वारा कहा गया है कि यह सुविधा पेंशनरों के लिए बहुत आवश्यक थी।