एकनाथ शिंदे के साथ 46 MLA, उद्धव ठाकरे इस्तीफा दे सकते हैं, महाराष्ट्र में बगावत का गणित समझिये
महाराष्ट्र में क्या चल रहा: महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार खतरे में हैं, सीएम उद्धव ठाकरे से नाराज नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे अपने 40 विधायकों के साथ गुवाहाटी चले गए हैं
खतरे में उद्धव ठाकरे की कुर्सी: महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी शिवसेना सरकार का किसी भी वक़्त तख्तापलट हो सकता है, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की सीएम कुर्सी खतरे में हैं. महाराष्ट्र के नगर विकास मंत्री और विधायक दल के प्रमुख एकनाथ शिंदे अपने 40 विधायकों के साथ पहले गुजरात के सूरत गए और वहां से उन सभी को गुवाहाटी एयरलिफ्ट करा दिया गया. उद्धव ठाकरे की सरकार गिरने के कगार पर है उन्हें कभी भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है.
महाराष्ट्र में क्या हो रहा है
महाराष्ट्र की राजनीति में एकाएक भूचाल मच गया है। शिवसेना के पैर के नीचे से जमीन खिंसक रही है और हाथ से सत्ता फिसल जाने का संकट बना हुआ है। अगर एकनाथ शिंदे अपने 40 MLA के साथ दूसरी पार्टी में शामिल हो जाते हैं तो शिवसेना की महाविकास अघाड़ी सरकार को राजयसभा में बहुमत साबित करना होगा, और अगर राजयपाल को लगा कि महाराष्ट्र सरकार अल्पमत की स्थिति में हैं तो वह शिवसेना को फ्लोर टेस्ट करने के लिए कह सकते हैं.
क्या उद्धव ठाकरे को इस्तीफा देना होगा
अगर महाराष्ट्र राजयसभा में शिवसेना की महाविकास अघाड़ी सरकार बहुमत साबित नहीं कर पाई तो जाहिर है महाराष्ट्र सीएम को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ेगा, ऐसी चर्चा है कि अघाड़ी सरकार विधानसभा भंग करने के लिए राजयपाल से शिफारिश कर सकती है। शिवसेना के सांसद संजय राउत ने ट्वीट करते हुए ऐसा होने का संकेत दिए हैं.उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र में जो भी चल रहा है वो कदम विधानसभा भंग करने की दिशा की तरफ बढ़ रहा है.
आदित्य ठाकरे ने अपने बायो ने मंत्री पद हटाया
ऐसा लग रहा है कि एकनाथ शिंदे के 40 विधायक लेकर गुवाहाटी चले जाने से महाराष्ट्र सरकार का कॉन्फिडेंस बहुमत साबित करने के पहले ही डाउन हो गया है। अभी सरकार गिरी नहीं है फिर भी राज्य के पर्यावरण मंत्री और सीएम उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे ने अपने ट्विटर हैंडलर बायो से मंत्री पद हटा दिया है
क्या होगा ज़्यादा से ज़्यादा सत्ता जाएगी -: राउत
बुधवार सुबह ही महाराष्ट्र के सांसद संजय राउत ने मीडया से बात करते हुए कहा- ज़्यादा से ज़्यादा क्या होगा? सत्ता जाएगी? लेकिन हम पार्टी की प्रतिष्ठा के कम्प्रोमाइज नहीं करने वाले हैं, एकनाथ शिंदे ने हमारे सामने कोई शर्त नहीं रखी, बीजेपी का ऑपरेशन लोटस सफल नहीं होने वाला है। हम अपने विधायकों के संपर्क में हैं.
शिवसेना का आरोप सूरत पुलिस ने विधायक को पीटा
महाराष्ट्र सरकार में मचे भूचाल के दौरान एक शिवसेना विधायक नितिन देशमुख सूरत से भागकर नागपुर पहुंचें, उन्होंने नागपुर जाने के बाद कहा मुझे सूरत में हॉस्पिटल ले जाया गया था जहां 20-25 लोगों ने मुझे पकड़कर कोई इंजेक्शन लगाया, मुझे बेहोश करने की कोशिश की गई. मैं उद्धव ठाकरे का शिवसैनिक हूं, शिवसेना में ही रहूँगा।
सूरत के शिवसेना सेना परेश खेर ने मिडिया से कहा कि नितिन देशमुख होटल से निकलकर चौराहे में भागकर आए, जहां से हम लोगों ने उन्हें बचाकर मुंबई भेजने में मदद की, पुलिस उन्हें पकड़कर होटल ले जा रही थी. लेकिन हमे होटल के अंदर जाने से मना कर दिया गया. शिवसेना का दावा है कि पुलिस ने सूरत में होटल के अंदर हमारे विधायकों को पीटा है. जिसकी बाद नितिन देशमुख की तबियत ख़राब हुई और उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उन्हें जबरजन इंजेक्शन लगाए गए. संजय राउत का कहना है कि उनके 9 विधायकों को अगवा किया गया है, वो मुंबई आना चाहते हैं. लेकिन उन्हें रोका जा रहा. वहीं नितिन देशमुख की पत्नी ने भी पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. आरोप है कि सोमवार से ही उनका कोई पता नहीं था, मेरे पति की जान को खतरा है.
गुवाहाटी क्यों ले जाए गए महाराष्ट्र के 40 MLA
एकनाथ शिंदे ने अपने अपने 40 MLA के साथ मंगलवार को सूरत गए, जिनमे से 7 निर्दलीय हैं. उन्हें मंगलवार को शाम 6 बजे गुवाहाटी एयरलिफ्ट कर दिया गया. एयरलिफ्ट होने के दौरान शिंदे का सामना जब मीडया से हुआ तो उन्होंने कहा मैं सत्ता के लिए हिंदुत्व से समझौता नहीं कर सकता हूं. शिंदे सूरत क्यों गए, उन्हें वहां से गुवाहाटी कौन ले गया यह कोई नहीं जानता लेकिन शिवसेना को शक है कि यह काम बीजेपी कर रही है. हालांकि महाराष्ट्र की राजनीति में हो रही इस उठा-पकट को लेकर बीजेपी ने कोई बयान नहीं दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि गुवाहाटी के लिए और भी विधायक रवाना हो सकते हैं. एकनाथ शिंदे ने कहा है कि उनके साथ 40 नहीं 46 विधायकों का समर्थन है.
क्या महाराष्ट्र सरकार गिरने वाली है
अगर शिंदे के साथ गए 40 MLA बागी साबित हो गए तो महाविकास अघाड़ी सरकार का गिरना तय हैं. पहले अघाड़ी सरकार के पास 170 MLA का साथ था, लेकिन राज्य सभा चुनाव के बाद 11 विधायक टूट गए, अभी इन एयरलिफ्ट हुए 40 विधायकों को जोड़कर महाविकास अघाड़ी सर्कार के पास 151 विधायक बचे हैं, महाराष्ट्र में सत्ता बनाने और कायम रखने के लिए 144 का बहुमत होना जरूरी है. उधर BJP के पास 134 विधायकों का समर्थन है, जिनमे से 106 तो खुद भाजपा के ही MLA हैं. अगर एयरलिफ्ट होने वाले सभी विधायकों में से सिर्फ आधे भी बीजेपी के साथ खड़े हो जाते हैं तो महाराष्ट्र सरकार को गिरने से कोई बचा नहीं सकता है.
जो अपने हाथों से एमपी की सत्ता खो दिए, वो कमलनाथ महाराष्ट्र सरकार को रेस्क्यू करने के लिए मुंबई गए, लेकिन उद्धव ठाकरे इसी वक़्त कोरोना पोसिटिव हो गए और कमलनाथ से मिले ही नहीं। पूरा मामला जानने के लिए यहां क्लिक करें।