नेशनल हेराल्ड केस में ED का बड़ा एक्शन: दिल्ली, मुंबई और लखनऊ में 752 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की, सोनिया-राहुल की 76% हिस्सेदारी

नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है।

Update: 2023-11-21 14:23 GMT

बहुचर्चित नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। ED ने कांग्रेस से जुड़े मेसर्स एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) और मेसर्स यंग इंडियन लिमिटेड (YIL) की 751.9 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। जब्त संपत्तियों की सूची में दिल्ली में नेशनल हेराल्ड का घर, लखनऊ में नेहरू भवन और मुंबई में नेशनल हेराल्ड हाउस शामिल है। इन कंपनियों में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की 76% की हिस्सेदारी है।

ED ने कहा- जांच में अवैध संपत्तियां मिली

ईडी ने करोड़ों रुपये की संपत्ति को अस्थायी तौर पर कुर्क करने का आदेश जारी किया है। पीएमएलए, 2002 के तहत मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में 751.9 करोड़ रुपये की जांच की गई। जांच से पता चला कि मेसर्स एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) के पास भारत के कई शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई और लखनऊ में फैली अचल संपत्तियों के रूप में अपराध से प्राप्त 661.69 करोड़ रुपये की रकम है और मेसर्स यंग इंडियन लिमिटेड (वाईआईएल) के पास अपराध से प्राप्त रुपये की आय है। एजेएल के इक्विटी शेयरों में निवेश के रूप में 90.21 करोड़ जब्त किए गए हैं।

इसी केस में ED ने 3 अगस्त 2022 को दिल्ली की हेराल्ड बिल्डिंग में स्थित यंग इंडिया कंपनी का ऑफिस सील कर दिया था। पिछले साल 2 और 3 अगस्त को ED की टीम ने सुबह से देर शाम तक नेशनल हेराल्ड के दिल्ली, मुंबई और कोलकाता समेत 16 ठिकानों पर छापेमारी की थी। यह कार्रवाई सोनिया और राहुल से पूछताछ के बाद की गई थी।

नेशनल हेराल्ड केस क्या है?

नेशनल हेराल्ड केस का मामला सबसे पहले भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में उठाया था। अगस्त 2014 में ED ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। केस में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के ही मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे को आरोपी बनाया गया था।

  • 1938 में जवाहर लाल नेहरू ने 5 हजार स्वतंत्रता सेनानियों के साथ शुरू किया।
  • इसका संचालन एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड यानी AJL करता था।
  • आजादी के बाद ये कांग्रेस का मुखपत्र बन गया।
  • AJL ही अंग्रेजी में नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन करता था।
  • कांग्रेस से मिले लोन के बावजूद 2008 में अखबार बंद हो गया।
  • 2010 में यंग इंडियन लिमिटेड यानी YIL बना, जिसने AJL का अधिग्रहण किया।
  • YIL में सोनिया गांधी-राहुल गांधी की 76% हिस्सेदारी।
  • कांग्रेस ने AJL के 90 करोड़ रुपए लोन को YIL को ट्रांसफर कर दिया।
  • YIL पर 50 लाख रुपए देकर AJL की 2000 करोड़ रुपए की संपत्ति हड़पने का आरोप।
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