Durga Puja Pandal Fire In Bhadohi Latest Update: भदोही दुर्गा पंडाल में लगी आग, 4 लोगों की मौत, आधा सैकड़ा से अधिक झुलसे, पंडाल समिति और प्रशासन की बड़ी लापरवाही आई सामने

Bhadohi Durga Puja Pandal Fire In Hindi: भदोही के नरथुआ दुर्गा पंडाल में 3 वर्ष पूर्व हुई घटना की पुनरावृत्ति एक बार फिर हुई।

Update: 2022-10-03 03:59 GMT

Uttar Pradesh Bhadohi Durga Puja Pandal Fire: भदोही के नरथुआ दुर्गा पंडाल में 3 वर्ष पूर्व हुई घटना की पुनरावृत्ति एक बार फिर हुई। रविवार रात के समय हुए इस भीषण आगजनी में 4 लोगों की मौत हो गई है तो वही 64 से अधिक झुलस गए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 3 वर्ष पूर्व भी भदोही के इसी दुर्गा पंडाल में आग लगी थी। तब समिति के लोगो ने तथा स्थानीय लोगों के सहयोग से आग पर काबू पा लिया गया था। लेकिन इस बार हुए हादसे ने प्रशासन की आंखे खोल दीं। जानकारों की माने तो अग्निकांड की पुनरावृति का मुख्य कारण दुर्गा समिति तथा प्रशासन की लापरवाही है।

4 लोगों की मौत 64 लोग झुलसे

उत्तर प्रदेश के भदोही के नरथुआ दुर्गा पंडाल में रविवार रात करीब 8 बजे आग लग गई। इस आगजनी में दो बच्चे जिनकी उम्र 10 और 12 वर्ष बताई जा रही है तथा एक 45 साल की महिला और एक अन्य की मौत हो गई। बताया जाता है कि इस पूरे हादसे में 64 लोग झुलस गये हैं। जिसमें करीब 52 लोगों का इलाज चल रहा है।

जानकारी के अनुसार सभी घायलों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। गंभीर रूप से घायल 42 लोगों में कुछ घायलों को वाराणसी तथा कुछ को प्रयागराज के अस्पताल ले जाया गया है। वही कुछ सामान्य घायलों को भदोही के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कर इलाज किया गया है।

देखते ही देखते आग हुई विकराल

प्रत्यक्षदर्शियों का बताना है कि आगजनी की घटना के बाद देखते ही देखते करीब 10 मिनट में आग पूरे पंडाल को अपनी चपेट में ले ली। सूचना पाते ही दमकल की गाड़ियां करीब 20 मिनट में पहुंची। लेकिन तब तक आग भयावह रूप ले चुकी थी और आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया था।

मची भगदड़

जैसे ही आगजनी की घटना की जानकारी हुई पूरे दुर्गा पंडाल में भगदड़ की स्थिति निर्मित हो गई। जिस समय आगजनी हुई उस समय पंडाल में करें 3 सैकड़ा से ज्यादा दर्शनार्थी मौजूद थे। प्रोजेक्टर के माध्यम से गुफा नुमा बने इस पंडाल में विशेष चलचित्र दिखाया जाता था।

शॉर्ट सर्किट से लगी आग

दुर्गा पंडाल में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। साथ ही इस हादसे के संबंध में बताया जाता है कि दुर्गा पंडाल एक गुफा नुमा बनाया गया था। जिसमें सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं थे। पंडाल में आने जाने के लिए सिर्फ एक रास्ता था। ऐसे में जब आगजनी की घटना हुई लोगों के बीच भगदड़ मच गई। कई बच्चे और महिलाएं उस पंडाल के सकरी गली में फंसने की वजह से हादसे के शिकार हुए हैं।

3 वर्ष पूर्व हुई थी घटना

दुर्गा पंडाल में 3 वर्ष पूर्व भी आगजनी की घटना हुई थी। उस समय आग पर समिति के लोगों ने और मौजूद आमजन के सहयोग से काबू पा लिया गया था। पूर्व में हुई घटना के बाद भी इस ओर न तो प्रशासन की नजर थी और ना ही दुर्गा समिति द्वारा कोई व्यवस्था बनाई गई। हादसे के बाद अब प्रशासन जांच करने की बात कह रहा है।

प्रशासन ने दिए जांच के आदेश

जिला अधिकारी गौरांग राठी के अनुसार बताया गया कि आगजनी की इस घटना की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है। हादसा किन कारणों से हुआ इसकी जांच की जाएगी। इसके लिए जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी की टीम तैयार की गई है। जो हादसे के कारणों का पता लगाकर जांच रिपोर्ट सौंपेंगे।

रात भर मची रही चीख-पुकार

शाम करीब 7ः30 बजे हुए इस आगजनी के बाद रात करीब 12-1 बजे तक चीख-पुकार और अपनों को ढूंढने का क्रम जारी रहा। आग के भयावह रूप लेते ही पूरे इलाके में लोगों का भारी हुजूम एकत्र था। लोग अस्पताल से पंडाल और पंडाल से अन्य अस्पतालों में दौड़ लगाते रहे।

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