गोवा और महाराष्ट्र से टकराने वाला है बिपरजॉय तूफान, मध्य प्रदेश में क्या असर पड़ेगा?
Cyclone Biporjoy: IMD का कहना है कि बिपरजॉय तूफान ना सिर्फ मानसून को प्रभावित करेगा बल्कि तबाही मचा देगा
बिपरजॉय तूफान: आने वाले एक-दो दिन में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय' (Cyclone Biporjoy) भारत के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र के तट में टकराने वाला है. अरब सागर में बना डीप-डिप्रेशन साइक्लोन में बबदल गया है. IMD के निदेशक मनोरमा मोहंती ने बताया है कि बिपरजॉय तूफान 7 जून की दोपहर तक गोवा और मुंबई के तट से 800-1000 किमी दूर था जो अगले एक-दो दिन में गोवा और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्र से टकराने वाला है. अगले 24 घंटों में बिपरजॉय चक्रवात और तीव्र होने वाला है.
IMD का कहना है कि अगले 24 घंटों में चक्रवात बिपरजॉय उत्तर की और बढ़ने वाला है. इस चक्रवात में हवा की गति 150 से 190Kmph है. इसका सबसे ज़्यादा असर गुजरात के समुद्री तटों में पड़ने वाला है. IMD का कहना है कि चक्रवात के कारण कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र में तेज हवाएं चलेंगीं और कुछ हिस्सों में भारी बारिश होगी।
बिपरजॉय तूफान का मध्य प्रदेश में असर
महाराष्ट्र और गुजरात दोनों राज्य मध्य प्रदेश की सीमा से लगते हैं. अगर यह चक्रवात तटीय क्षेत्रों से टकराने के बाद भी मजबूत रहा तो इसका हल्का असर पश्चिमी मध्य प्रदेश में पड़ सकता है. एमपी के नीमच, अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, मंदसौर जैसे जिलों में आंधी और हल्दी बूंदाबांदी हो सकती है. हालांकि इस तूफान का मध्य प्रदेश में कोई खास असर देखने को नहीं मिलने वाला
बिपरजॉय का अर्थ
Meaning Of Biporjoy: बिपरजॉय शब्द बांग्लादेश द्वारा दिया गया है. जिसका अर्थ होता है आपदा यानी डिजास्टर। दरअसल अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में जो भी चक्रवात आते हैं या बनते हैं उनके नाम बारी-बारी से इस इलाके के देश रखते हैं. यह प्रक्रिया 2004 से चली आ रही है. इससे पहले 'बुलबुल', 'लीजा', 'हुदहुद', 'कटरीना', 'निवान' जैसे अलग-अलग नाम चक्रवातों को दिए गए हैं.