Cyclone Asani Alert! 48 घंटे में चक्रवाती तूफान आसनी देगा दस्तक, हाई अलर्ट जारी
Cyclone Asani Alert: देश में चक्रवाती तूफान के आने का संकेत मिलते ही अलर्ट जारी किया गया
Cyclone Asani Alert: आगाती 48 घंटो में चक्रवाती तूफान के उठने का अंदेशा मौसम विभाग ने जताया हैं। बताया जा रहा है कि दक्षिणी अंडमान और दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव ने शनिवार को ताकत बढ़ा दी। मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण अंडमान सागर और इसके आस-पास के इलाकों से तूफान दस्तक दे रहा है। संभावना जताई जा रही है कि आगामी 48 घंटे में चक्रवाती तूफान ओडिशा के तट से टकराएगा।
राज्य सरकार हुई अलर्ट
चक्रवाती तूफान को लेकर ओडिशा राज्य की सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। जिससे लोगा सुरक्षित स्थानों में अपना ठिकाना बना ले तो वही तूफान आने से पहले बचाव करने के लिए उचित कदम उठा लें। तो वही राज्य सरकार ने बचाव के लिए एनडीआरएफ,रैपिड एक्शन फोर्स 20 और फायर सर्विस की 175 टीमों को आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का आदेश दिया है।
आसनी दिया जा रहा नाम
रविवार 6 मई को कम दबाव बढ़कर कंमजोर होगा और इसे यह चक्रवात भी बन सकता है। अगर यह चक्रवात में बदल जाता है तो इसका नाम 'आसनी' होगा। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि 48 घंटे में बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बन सकता है।
इन राज्यों में रहेगा ज्यादा असर
चक्रवात आसनी का सबसे ज्यादा असर उत्तर पश्चिमी भारत यानि की आंध्र प्रदेश और उड़ीसा के तट पर दस्तक देगा। तो वही पश्चिम बंगाल भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है। मौसम विभाग ने कम दबाव के कारण 10 मई से 13 मई तक दक्षिण बंगाल के विभिन्न जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। मछुआरों को भी 10 मई से भूमध्य सागर में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
तटीय क्षेत्रों में विशेष अलर्ट
बंगाल के तटीय जिले विशेष अलर्ट पर हैं। दक्षिण 24 परगना में सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिले के प्रत्येक अनुमंडल व प्रखंड स्तर पर कंट्रोल रूम बनाए जा रहे है। इसके अलावा प्रशासन ने पांच आपातकालीन टीम का गठन किया है। अति जोखिम वाले क्षेत्रों में नागरिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और तटरक्षक बल की मदद ली जाएगी।
दवाइ्र्रयां एवं खाने की भी बनाई जा रही व्यावस्था
अनुमान जताया जा रहा है कि रविवार से मौसम खराब हो सकता है। प्रशासन ने किसी भी भयावह स्थिति की आशंका में तटीय क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में ट्रिपल, चावल, दवाएं, सूखे भोजन और पानी की बोतलें जमा करना शुरू कर दी हैं। अस्पतालों को आपात स्थिति के लिए तैयार रहने को भी कहा है। विस्थापित किए जा रहे लोगों के लिए कई अस्थायी शेल्टर बनाने का काम भी शुरू हो गया है।