Bada Business वाले Vivek Bindra की गिरफ़्तारी की खबर के पीछे की सच्चाई क्या है
Vivek Bindra was making video inside the court: खबर चली थी की विवेक बिंद्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ
Vivek Bindra was making video inside the court: आपने Bada Business वाले डॉ विवेक बिंद्रा (Dr Vivek Bindra) को सुना होगा, सुना नहीं भी होगा तो जानते जरूर होंगे। पढ़े-लिखे समझदार व्यक्ति मालूम होते हैं और लोगों को बिज़नेस करने का तरीका सिखाते हैं. इसके अलावा इन्हे बिज़नेस का बहुत ज्ञान है.
कुछ दिन पहले विवेक बिंद्रा से जुडी एक खबर सामने आई थी जिसमे कहा गया था कि-
मोटिवेशनल स्पीकर विवेक बिंद्रा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. उनपर कोर्ट की अवमानना का आरोप है. आरोप है कि बिंद्रा कोर्ट में सुनवाई के दौरान अपने फोन से वीडियो बना रहे थे. इतने में जज की उनपर नज़र पड़ी और जज ने पुलिस को तुरंत विवेक बिंद्रा को अरेस्ट करने और मोबाइल जब्त करने का निर्देश दिया। सोशल मीडिया में विवेक बिंद्रा के अरेस्ट होने की खबर आग की तरह फ़ैल गई. मगर बाद में पूरी सच्चाई सामने आ गई.
सोशल मीडिया में यह झूठ फैलाया गया कि डॉ बिंद्रा और उनकी पत्नी एक दूसरे के खिलाफ कोर्ट गए थे. जहां उनकी पत्नी के वकील ने जज से इस बात की के विवेक बिंद्रा कोर्ट के अंदर अपने मोबाइल से वीडियो बना रहे हैं. न्यूज़ में छापा गया कि जज ने पुलिस को विवेक बिंद्रा से उनका मोबाइल जब्त करने और उन्हें हिरासत में लेने का आदेश दिया। और पुलिस ने डॉ बिंद्रा को अरेस्ट कर लिया। हालांकि ऐसी कोई भी घटना नहीं घटित हुई.
सोशल मीडिया में विवेक बिंद्रा के अरेस्ट होने की खबर फर्जी निकली, उन्होंने न तो कोर्ट रूम के अंदर अपने मोबाइल का इस्तेमाल किया और ना ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया।
पुलिस ने इस पूरे मामले पर सफाई दी है
पुलिस ने बताया कि विवेक बिंद्रा को हिरासत में नहीं लिया गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं खबरें फर्जी हैं। फरीदाबाद पुलिस के प्रवक्ता सूबे सिंह ने मामले में कहा कि पुलिस की टीम ने बिंद्रा का मोबाइल चेक किया था, लेकिन उसके अंदर कोई वीडियो कोर्ट का नहीं मिला। उनके हिरासत में होने की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं, वो अफवाह मात्र हैं। कई वेबसाइट्स ने भी इस फेक न्यूज को प्रकाशित किया है।