क्या आप पान मसाला-गुटखा लवर हैं? आपके लिए एक बैड न्यूज़ है

पान मसाला और गुटखा की कीमत बढ़ने वाली है. इतनी बढ़ जाएगी कि खरीदने से पहले 10 बार सोचेंगे

Update: 2022-12-16 09:23 GMT

गुटखा महंगा होने वाला है: पान मसाला और गुटखा चबाने वाले प्रेमियों के लिए एक सैड और बैड न्यूज़ है. केंद्र सरकार ने आपको इस लत से मुक्ति दिलाने की कसम खा ली है. घबराइए नहीं पान मसाला और गुटखा बैन नहीं हो रहा है बल्कि महंगा होने वाला है (बैन होगा तो सरकार को टैक्स कैसे मिलेगा?) केंद्र सरकार के ग्रुप को मिनिस्टर्स यानी GoM ने पान मसाला और गुटखा पर 38% 'विशिष्ट कर आधारित शुल्क' (Specific tax based fee). लगाने का प्रस्ताव पेश किया है. अभी इन सब जहरीली वस्तुओं पर सरकार 28% GST लगाती है. और साथ में एड वलोरम कंपेनसेशन सेस भी लगता है. 

ओडिशा के वित्त मंत्री निरंजन पुजारी के नेतृत्व में मंत्रिस्तरीय पैनल ने इस मामले में अपनी अंतरिम रिपोर्ट पेश कर दी है. इसे शनिवार 17 दिसंबर को होने जा रही GST काउंसिल की बैठक में पेश किया जाएगा। अगर इस रिपोर्ट को मंजूरी दी जाती है जो दे ही दी जाएगी तो फुटकर दुकानदार और डिस्ट्रीब्यूटर दोनों स्तरों पर गुटखा-पान मसाला वाली चीजों पर टैक्स चोरी रोकने में मदद मिलेगी. और ये समार्गी इतनी महंगी हो जाएगी कि आप खरीदने से पहले अपना जेब चेक करने के लिए मजबूर हो जाएंगे 

गुटखा में टैक्स बहुत चोरी होता है 

बिजनेस स्‍टैंडर्ड ने मंत्रिस्तरीय पैनल की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि छोटे और खुदरा कारोबारी GST रजिस्ट्रेशन के दायरे में नहीं आते हैं. इसी लिए इन प्रोडक्ट्स में टैक्स चोरी आसानी से हो जाती है. न सिर्फ गुटखा बल्कि पैनल ने हुक्का, शीशा, चिलम, सादी तंबाकू जैसे उत्पादों पर भी 38% विशेष कर का प्रस्ताव पेश किया है. जो इनकी रिटेल कीमत को 12 से 64 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है.  

भारत में कितने लोग गुटखा खाते हैं 

हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि भारत में 27 करोड़ लोग पान मसाला और गुटखा खाते हैं. तंबाकू चबाने और इस्तेमाल के मामले में भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है. 2021 में पान मसाले का कारोबार 41,821 करोड़ का रहा और आने वाले कुछ सालों में यह 53 हज़ार करोड़ तक पहुंच जाएगा 


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