एमपी में ग्रामीणों ने किया थाने का घेराव, सकते में रही पुलिस
सीधी- जिले के बहरी थाना क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें क्षेत्र के बहरी सरपंच की कार्रवाई से आहत ग्रामीणां ने थाने का घेराव कर जम कर नारेबाजी की।
ग्रामीणों द्वारा थाने का घेराव किए जाने का पता चलते ही प्रशासन और पुलिस सकते में आ गई। अंत में पुलिस की समझाइस के बाद मामला शांत हो गया। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस को ज्ञापन सौंप कर समस्या का निराकरण करने की मांग की।
क्या है मामला
बताया गया है कि सीधी जिले के बहरी तहसील में कुछ व्यवसायी पिछले कई वर्षां से टीन-टप्पड़ के माध्यम से अपना व्यवसाय कर रहे थे। लेकिन बहरी सरपंच अनुज साहू द्वारा बुलडोजर के माध्यम से दुकान को ढहा दिया गया। दुकान को ढहा दिए जाने के कारण दुकान संचालकों के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है। सरपंच की कार्यप्रणाली से आहत ग्रामीणों एवं व्यवसायियों ने सरपंच के खिलाफ लामबंद होकर बहरी पुलिस को अपना शिकायती आवेदन पत्र देकर सरपंच के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दुकान गिराने में भी पक्षपात
स्थानीर दुकान संचालक श्रीराम ने बताया कि दुकान गिराने मे भी पक्षपात किया गया है। सरपंच द्वारा अपने परिवार की दुकानों को नहीं ढहाया गया है। अगर दुकान गिराना ही था तो सबकी दुकानें गिरानी थी। लेकिन सरपंच ने अपने परिवार वालों की दुकान को नहीं गिराया गया, जबकि अन्य दुकानों को ढहा दिया गया।
विवादित कार्यशैली
ग्रामीणों की माने तो बहरी सरपंच की कार्यप्रणाली हमेशा से ही विवादित रही है। बहरी सरपंच पर पूर्व में भी हरे-भरे पेड़ पौधे काटने के आरोप लग चुके हैं। अब एक बार फिर से इनकी कार्यशैली ने ग्रामीणों को आक्रोशित कर दिया है।
विधायक पर पक्षपात का आरोप
व्यवसायी रितेश गुप्ता ने बताया कि बहरी सरपंच की कार्यप्रणाली की शिकायत सिहावल विधायक कमलेश्वर पटेल से की गई। लेकिन उन्होने इस संबंध मेंं यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि हमें इसकी जानकारी नहीं है। विधायक को जानकारी अगर नहीं भी थी तो पता करना चाहिए था। व्यापारियों के हित में कुछ करना भी चाहिए था।