शिवराज अब CM नहीं: लाड़ली बहना योजना का क्या होगा? क्या अब 3000 रुपए महीने खाते में आएंगे?
विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत दिलाने वाले शिवराज सिंह चौहान अब राज्य के मुख्यमंत्री नहीं रहें। तो अब उनकी लाड़ली बहना योजना का क्या होगा?
MP CM Ladli Behna Yojana: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत! जीत के पीछे लाड़ली बहनाओं के वोट, लेकिन बहनाओं के लिए यह योजना लाने वाले शिवराज सिंह चौहान अब राज्य के मुख्यमंत्री नहीं रहें। अब मोहन यादव राज्य के मुखिया हैं तो अब मोहन सरकार में लाड़ली बहना योजना का क्या होगा? क्या खाते में 3000 रुपए महीने आएंगे?
राज्य के नेताओं ने लाड़ली बहना माना, केंद्र के मोदी का मैजिक
2023 में मध्यप्रदेश में भाजपा को ऐसी प्रचंड जीत हासिल हुई है। जीत का श्रेय लाड़ली बहना योजना को ही मिलता है। क्योंकि राज्य में महिलाओं ने जमकर वोटिंग भी की है। कई विधानसभाओं में तो रिकॉर्ड वोटिंग हुई है। राज्य के नेता, नवनिर्वाचित विधायक तो यही मानते हैं। लेकिन केन्द्रीय नेतृत्व 'लाड़ली बहना योजना' वाली जीत को सिरे से खारिज करता है और कहता है सिर्फ 'मोदी मैजिक'।
फ्रीबीज वाली योजनाओं के पक्षधर नहीं भाजपा
अब सवाल यही है कि क्या लाड़ली बहना योजना भी शिवराज के जाने कि वजह बनी? तो इसका जवाब हैं हाँ... दरअसल भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व सैद्धांतिक तौर पर इस तरह की फ्रीबीज वाली योजनाओं से कभी सहमत नहीं रहा है। सतना में सालभर पहले एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा था- 'रेवड़ी कल्चर देश के विकास के लिए बहुत खतरनाक है।' यही वजह रही कि इस योजना के बारे में उन्होंने चुनावी सभाओं में चर्चा नहीं की।
भाजपा के घोषणा पत्र में भी सिर्फ इतना जिक्र किया- हम 1.31 करोड़ लाड़ली बहनों को मासिक आर्थिक सहायता प्रदान करते रहेंगे। वहीं, शिवराज इस योजना के तहत हर महीने तीन हजार रुपए तक देने का वादा करते रहे। रिजल्ट के बाद तो 'लाड़ली बहना' पर बात टकराव तक पहुंच गई।
..तो अब 'लाड़ली बहना' का क्या होगा?
1250 रुपए हर महीने महिलाओं के खाते में आते रहेंगे, क्योंकि पार्टी के घोषणा पत्र में मासिक आर्थिक सहायता का वादा किया गया है। राशि 3000 रुपए तक बढ़ेगी, इसकी संभावना अब कम लगती है। हालांकि नए मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शिवराज के ही प्रस्तावित नाम हैं, हो सकता है वे इस योजना को आगे लेकर जाए।