Ayushman Scheme: शिवराज सरकार का फरमान जारी, अब प्राइवेट अस्पतालों को नहीं मिलेगा आयुष्मान योजना का भुगतान
MP News: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश भर के निजी अस्पतालों में बकाया सोलह सौ करोड़ रुपए के भुगतान पर रोक लगा दी है।
आयुष्मान कार्ड धारकों को निजी और शासकीय अस्पताल में लगने वाली शुल्क प्रदान की गई थी। कोई भी आयुष्मान कार्ड धारक अपना इलाज चिन्हित निजी अस्पताल में करवा सकता था। इसका भुगतान सरकार द्वारा किया जाता था। लेकिन अब आयुष्मान योजना मे प्राइवेट अस्पतालों को भुगतान नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश भर के निजी अस्पतालों में बकाया सोलह सौ करोड़ रुपए के भुगतान पर रोक लगा दी है।
मिल रही थी गड़बड़ी की शिकायत
आयुष्मान योजना के तहत आयुष्मान कार्ड धारको द्वारा निजी अस्पतालों में इलाज करवाया जा रहा था। लेकिन इस इलाज के बिल में अस्पताल संचालक गड़बड़ी कर रहे थे। जिसकी लगातार शिकायत प्राप्त हो रही थी। ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कड़ा रुख अपनाया और भुगतान पर रोक लगा दी है।
बताया गया है कि मध्यप्रदेश के निजी अस्पतालों में करीब 1600 करोड़ रुपए आयुष्मान योजना के तहत इलाज करवाने वालों का भुगतान करना शेष है। लेकिन मध्य प्रदेश सरकार ने फिलहाल इस पूरे भुगतान पर रोक लगा दी है।
5 लाख का इलाज निःशुल्क
आयुष्मान योजना के तहत प्रत्येक परिवार को वर्ष भर में 5 लाख रुपए तक का निःशुल्क इलाज की सुविधा दी गई है। इसके लिए कुछ निजी अस्पतालों को योजना में शामिल करते हुए आयुष्मान कार्ड धारकों को इलाज के लिए अनुबंधित किया गया है। लेकिन देखा जा रहा है कि मानवता की सेवा करने के बजाय निजी अस्पताल अनाप-शनाप बिल जोड़कर आयुष्मान कार्ड के पैसे को समाप्त करने पर लग जाते हैं।
आयुष्मान में इन बीमारियों का इलाज
आयुष्मान में कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हृदय रोग, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, डायलिसिस, घुटना, कूल्हा प्रत्यारोपण, निःसंतानता, मोतियाबिंद तथा अन्य चिन्हित गंभीर बीमारियों का निःशुल्क इलाज आयुष्मान कार्ड धारकों का किया जाता है।