MP PEB: वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और नर्सिंग की परीक्षा निरस्त हुई, पेपर लीक होने की वजह से लिया गया निर्णय

मध्य प्रदेश वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और नर्सिंग भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा निरस्त कर दी गई है.

Update: 2021-08-27 18:44 GMT

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MP PEB : मध्य प्रदेश में वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और नर्सिंग के पदों में होने वाली भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा निरस्त कर दी गई है. इस परीक्षा के प्रश्न पत्र सोशल मीडिया में वायरल होने की वजह से यह निर्णय लिया गया है. 

प्राथमिक जांच में पेपर आउट होने में PEB के किसी व्यक्ति की संलिप्तता नहीं पाई गई है. परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी M/s NSEIT Limited पर कार्रवाई की जा रही है. वह आगामी परीक्षाओं का आयोजन नहीं कर सकेगी.

प्रदेश के गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि इसी वर्ष 10 तथा 11 फरवरी को प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन किया गया था. निर्धारित प्रक्रिया के तहत अभ्यर्थियों को परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के संबंध में 17 फरवरी तक आपत्ति दर्ज कराने का समय दिया गया था. 18 फरवरी को विभिन्न् प्रचार माध्यमों से यह जानकारी सामने आई कि कुछ परीक्षार्थियों के अंक उनकी अन्य शैक्षणिक उपलब्यिों से अधिक आए हैं. इस पर पीइबी (पूर्व में व्यावसायिक परीक्षा मंडल) की आंतरिक समिति ने जांच की. मामला तकनीकी जांच के लिए मध्य राज्य इलेक्ट्रानिक विकास निगम (एसइडीसी) का सहयोग लिया गया.

किसी कंप्यूटर से डाउनलोड किया प्रश्न पत्र

मिश्रा ने बताया कि SEDC की जांच में पाया गया कि 31 जनवरी को करीब डेढ़ बजे, सात जनवरी को करीब नौ बजे और 10 फरवरी को करीब डेढ़ बजे किसी कंप्यूटर से प्रश्न पत्र को डाउनलोड किया गया. यह कंप्यूटर पीइबी का नहीं था. तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर यह परीक्षाएं निरस्त करने का फैसला लिया गया. यह जानने के लिए कि किस कंप्यूटर से प्रश्न पत्र डाउनलोड किया गया, आगे की जांच साइबर पुलिस को सौंपा जा रहा है.

कमल नाथ ने सीबीआई जांच की मांग की 

 पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि "सरकार द्वारा मध्यप्रदेश प्रोफेशनल एग्ज़ामिनेशन बोर्ड की वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी , ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी व नर्सिंग परीक्षा को निरस्त करने का निर्णय लिया गया है. इन परीक्षाओं को लेकर शुरू दिन से ही निरंतर फ़र्ज़ीवाडे की शिकायतें सामने आ रही थी. मै सरकार से माँग करता हूँ कि इस पूरे फ़र्ज़ीवाडे के मामले को तत्काल सीबीआई को सौंपा जावे. सीबीआई इस पूरे मामले की जाँच करे क्योंकि इन परीक्षाओं से हज़ारों अभ्यर्थियों का भविष्य जुड़ा हुआ था और बड़े पैमाने पर इन परीक्षाओं को लेकर फ़र्ज़ीवाडा सामने आया है. ख़ुद अभ्यर्थी इसको लेकर निरंतर शिकायतें कर रहे थे. यह प्रदेश का व्यापमं पार्ट- 2 है.




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