एमपी की नर्मदा में फंसे 20 से अधिक श्रद्धालु, ओंकारेश्वर बांध से छोड़ा पानी तो नदी में नहा रहे लोग बहने लगे
MP News: एमपी की नर्मदा नदी में स्नान कर रहे 20 से अधिक श्रद्धालु यहां फंस गए। ओंकारेश्वर बांध से छोडे़ गए पानी से नदी का बहाव तेज हो गया जिससे वह बहने लगे।
एमपी की नर्मदा नदी में स्नान कर रहे 20 से अधिक श्रद्धालु यहां फंस गए। ओंकारेश्वर बांध से छोडे़ गए पानी से नदी का बहाव तेज हो गया जिससे वह बहने लगे। इस दौरान उनमें घबराहट पैदा हो गई। किसी ने पानी की तेज धार से बचने के लिए चट्टान का सहारा लिया तो कुछ पानी में ही हिलकोरे मारते रहे। पानी की बढ़ती धार देख सभी ने मदद के लिए गुहार लगाई। जिस पर नदी के किनारे मौजूद लोगों ने इसकी सूचना गोताखोरों की दी। जिसके बाद इनका रेस्क्यू किया गया।
रस्सियों व बोट के सहारे निकाला बाहर
जानकारी के अनुसार आंेकारेश्वर दर्शन करने के लिए महाराष्ट्र के 14 युवा खंडवा आए हुए थे। इसके अलावा कुछ लोग स्थानीय भी थे। यह सभी नर्मदा नदी में स्नान कर रहे थे। इसी दौरान ओंकारेश्वर बांध का पानी छोड़े जाने से पानी का बहाव तेज हो गया। पानी का लेबल भी तेजी से बढ़ने लगा। पानी की तेज होती धार देख इनमें घबराहट पैदा हो गई। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना गोताखोरों को दी। मौके पर पहुंचे गोताखोरों ने रस्सियों और बोट के जरिए सभी को नदी से बाहर निकाला।
नाविकों ने कहा 40 से ज्यादा लोगों को किया रेस्क्यू
इस दौरान नर्मदा नदी में एक बोट भी चल रही थी। जिसके माध्यम से भी लोगों का रेस्क्यू किया गया। नाविकों का कहना है कि नर्मदा नदी से 40 से अधिक लोगों का रेस्क्यू किया गया है। घटना के संबंध में एसडीएम चंदर सिंह सोलंकी ने बताया कि ओंकारेश्वर विद्युत परियोजना के लिए चार टरबाइन चल रही हैं। जिनके लिए बांध से एक-एक घंटे के अंतराल में पानी छोड़ा जाता है। इस दौरान बांध प्रशासन ने टरबाइन से पानी छोड़ने के साथ लोगों को अलर्ट करने के लिए सायरन भी बजाए गए किंतु लोगों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। जिसके कारण वह नदी की तेज धार में फंस गए।
इनका कहना है
इस संबंध में टीआई बलजीत सिंह बिसेन का कहना है कि ओंकारेश्वर बांध से पानी छोड़े जाने के दौरान नर्मदा नदी में महाराष्ट्र के 14 श्रद्धालुओं सहित कुछ स्थानीय लोग भी फंस गए थे। जिनका गोताखोरों व बोट के जरिए रेस्क्यू किया गया है। सभी को सकुशल नदी से बाहर निकाल लिया गया है।