नए जिले मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने कर दिया बड़ा ऐलान, ख़ुशी से उछल पड़ेंगे क्षेत्र के लोग, तुरंत जाने Latest Update

Mauganj Collector Ajay Srivastava News: मऊगंज जिला क्षेत्र अंतर्गत हनुमना तहसील क्षेत्र के गोरमा डैम का शुक्रवार को कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव ने औचक निरीक्षण किया और विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

Update: 2024-02-03 07:35 GMT

 Mauganj Collector Ajay Srivastava News: मऊगंज जिला क्षेत्र अंतर्गत हनुमना तहसील क्षेत्र के गोरमा डैम का शुक्रवार को कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव ने औचक निरीक्षण किया और विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान सिंचाई विभाग सहित अन्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। गौरतलब है कि गोरमा डैम के कैनाल की लंबाई 95 किलोमीटर के लगभग है पर मरम्मत के अभाव में अंतिम छोर के किसानों के खेतों तक पानी आसानी से नहीं पहुंच पाता है। कलेक्टर ने कहा कि यह जलाशय मऊगंज जिले का सबसे बड़ा हैम है जिसे गोरमा डैम के नाम से जाना जाता है। हम अधिकारियों से चर्चा करेंगे की गोरमा डैम के सौदर्यकरण को लेकर हम आगे क्या कर सकते हैं। हमारी कोशिश होगी कि गोरमा हैम के सौटीकरण के साथ-साथ सिंचाई क्षेत्र का विकास हो जिससे क्षेत्र के किसानों के हर खेत को पानी सुलभ हो सके।

कलेक्टर ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि डिफॉल्टर किसानों से शिविर लगाकर वसूली करें। इस दौरान कई प्रशासनिक अधिकारी एवं सिंचाई विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

कलेक्टर ने पिंड़रिया गौशाला का किया निरीक्षण

कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव द्वारा शुक्रवार को जिले के पिहरिया गौशाला का निरीक्षण किया गया। इस दौरान पाई गई बेहतर व्यवस्था को लेकर कलेक्टर ने कहा कि यह गौशाला बहुत अच्छे से रन की जा रही है। यह बहुत अच्छी बात है कि नेशनल हाईवे यहां से पास में लगा हुआ है हाईवे से हटा करके पशुओं को वहां लाया गया है और टाहां पर रखा गया है।

इस गौशाला में चार की संख्या में चरवाहे गौवंशों की देखरेख कर रहे हैं। यहां पानी की व्यवस्था में थोड़ी भी व्यवधान है। जिसको लेकर कलेक्टर द्वारा गौवंशों को बेहतर पानी व्यवस्था मुहैया कराए जाने हेतु लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से बात कर बोर कराए जाने की बात की गई। गौशाला के पीठे काफी जमीन सरकारी पड़ी हुई है जिसको लेकर कलेक्टर ने एसडीएम को निर्देश दिए कि एक प्रस्ताव चरनोई के नाम से बनाकर भेजें जिससे जमीन आवंटित की जा सके।

उक्त जमीन में गौशाला चलाने वाले इच्छा अनुकूल उपज ले सकते हैं साथ ही गौशाला में रहने वाले गांव गौवंशों को सुचारू रूप से बेहतर चारा उपलब्ध हो सकेगा। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कहा कि में सभी गौशालाओं को चालू करने के लिए प्रयासरत हूं। जिससे गौवंशों को बेहतर सुरक्षा मिल सके।

 

Tags:    

Similar News