शिंदे सरकार का फ्लोर टेस्ट: 164 विधायकों का साथ, NCP MLA ने भी एकनाथ को वोट दिया
Eknath Shinde Flor Test Vote Count: महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे को फ्लोर टेस्ट में 287 विधायकों में से 164 ने वोट दिया, 5 कोंग्रेसी MLA मौजूद ही नहीं थे;
एकनाथ शिंदे को कितने वोट मिले: महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री का सोमवार को राज्य सभा में फ्लोर टेस्ट हुआ, हालांकि यह बहुमत पेश करने की प्रक्रिया औपचारिकता रही. क्योंकि बहुमत पेश करने से पहले ही शिंदे महाराष्ट्र के सीएम बन चुके थे। फ्लोर टेस्ट में एकनाथ शिंदे को कुल 164 वोट मिले, महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए सिर्फ 144 वोटों की जरूरत होती है. और शिंदे के बाद बहुमत से 20 MLA अधिक हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा में हुए फ्लोर टेस्ट के दौरान उद्धव ठाकरे कर शरद पवार को फिर से दो विधायकों ने झटका दे दिया, NCP प्रमुख पवार के करीबी नेता शेकपा विधायक श्याम सुंदर ने भी एकनाथ शिंदे के पक्ष में वोट डाल दिया। वहीं उद्धव ठाकरे के करीबी नेता कहे जाने वाले संजय बांगड़ ने भी एकनाथ शिंदे को अपना नेता मान लिया।
महाराष्ट्र में किसकी सरकार?
बहुत लोगों को कन्फ्यूजन है कि महाराष्ट्र में सरकार किस पार्टी की बनी है. महाराष्ट्र में बीजेपी शासन कर रही है या शिवसेना। क्योंकि शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने तो इस्तीफा दे दिया है. शिवसेना, NCP और कांग्रेस की तिगड़ी से बनी सरकार गिर चुकी है. आपको बता दें अबतक महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार नहीं MVA की सरकार थी. मतलब महाविकास अघाड़ी सरकार। लेकिन अब महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार है, जिसके सपोर्ट में पीछे बीजेपी है.
भले ही शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे हों लेकिन शिवसेना के 80% से ज़्यादा MLA तो एकनाथ शिंदे के साथ हैं. इसी लिए महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार ही है। हो सकता है आगे जाकर एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे से शिवसेना की कमान भी छीन लें.
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से मना कर दिया
रविवार को महाराष्ट्र विधानसभा स्पकीर ने शिवसेना के नेता और चीफ व्हिप की मान्यता को खत्म कर दिया था. जिसके बाद उद्धव ठाकरे इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चले गए थे. स्पीकर राहुल नार्वेलकर के खिलाफ डाली गई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने तुरंत सुनवाई करने से मना कर दिया था.
16 MLA को अयोग्य घोषित करने की तैयारी
जब महाराष्ट्र में राहुल नार्वेलकर को स्पीकर बना दिया गया तब एकनाथ शिंदे ने आदित्य ठाकरे समेत शिवसेना के 16 MLA को अयोग्य घोषित करने की मांग उठा दी. पत्र में लिखा गया है कि इन 16 विधायकों ने व्हिप का उल्लंघन किया है, इसी लिए इनकी सदस्य्ता रद्द होनी चाहिए।