Sanjay Raut Money Laundering Case: शिवसेना सांसद संजय राउत के घर ED की छापेमारी, बोले- मर जाऊंगा लेकिन...

Sanjay Raut Money Laundering Case: शिवसेना सांसद संजय राउत के घर पिछले 3 घंटे से ED की छापेमारी जारी है, उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. राउत के समर्थक उनके घर के बाहर ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहें हैं.

Update: 2022-07-31 05:25 GMT

Sanjay Raut Patra Chawl Land Scam Money Laundering Case: शिवसेना सांसद संजय राउत के घर पिछले 3 घंटे से ED की छापेमारी जारी है, उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. राउत के समर्थक उनके घर के बाहर ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहें हैं. 

पात्रा चॉल जमीन घोटाले (Patra Chawl Land Scam) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत (Shiv Sena MP Sanjay Raut) के भांडुप स्थित घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की एक टीम छापेमारी के लिए पहुंची हुई है. 

जांच एजेंसी ईडी की छापेमारी के बीच संजय राउत का बयान सामने आया है. उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा, 'मैं बाला साहेब की कसम खाता हूं. मेरा इस घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है. राउत ने आगे कहा कि उन्होंने (बाला साहेब) हमें लड़ना सिखाया है और हम शिवसेना के लिए लड़ते रहेंगे.

राउत ने ट्वीट कर कहा कि झूठी कार्रवाई, झूठे सबूत के बाद भी मैं शिवसेना नहीं छोड़ूंगा. अगर मैं मर भी जाऊं तो समर्पण नहीं करूंगा. राउत के घर ईडी की टीम पहुंचने के बाद उनके समर्थकों का जमावड़ा भी लग गया है. समर्थक ईडी, भाजपा और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.

आया शिंदे गुट का बयान

संजय राउत के खिलाफ जारी ईडी की कार्रवाई के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना (शिंदे गुट) का बयान आया है. विधायक संजय शिरसाट ने कहा कि जो व्यक्ति गुवाहाटी से हमारी डेड बॉडी लाने की बात कर रहा था, वह आज परेशान है. भगवान के घर देर है अंधेर नहीं, जैसी करनी वैसी भरनी.

27 जुलाई को पेश होना था

शिवसेना सांसद संजय राउत को पात्रा चॉल घोटाले (Patra Chawl Scam) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने 27 जुलाई को पेश होने के लिए कहा था. लेकिन राउत ईडी के अधिकारियों के सामने पेश नहीं हुए, उन्होंने पेशी को लेकर छूट की मांग की थी. लेकिन तब ईडी ने इसे स्वीकार नहीं किया था.

क्या है पात्रा चॉल जमीन घोटाला केस (What is Patra Chawl Land Scam Case)

  • ED के मुताबिक, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को पात्रा चॉल को पुनर्विकसित करने का काम मिला था. यह काम MHADA ने उसे सौंपा था. इसके तहत मुंबई के गोरेगांव में 47 एकड़ में पात्रा चॉल में 672 किरायेदारों के घरों पुनर्विकसित होने थे.
  • ED के मुताबिक गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने MHADA को गुमराह किया और बिना फ्लैट बनाए ही यह जमीन 9 बिल्डरों को 901.79 करोड़ रुपये में बेच दी. बाद में गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने Meadows नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया और घर खरीदारों से फ्लैट के लिए 138 करोड़ रुपये जुटाए.
  • जांच में सामने आया कि कंस्ट्रक्शन कंपनी ने गैरकानूनी तरीके से 1,034.79 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की. आगे चलकर उसने गैरकानूनी तरीके से ही इस रकम को अपने सहयोगियों को ट्रांसफर कर दी.
  • ED के मुताबिक गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की सिस्टर कंपनी है. जांच में सामने आया कि HDIL ने करीब 100 करोड़ रुपये प्रवीण राउत के खाते में जमा कराए थे.
  • 2010 में प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के खाते में 83 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे. इस रकम से वर्षा राउत ने दादर में एक फ्लैट खरीदा. ED की जांच शुरू होने के बाद वर्षा राउत ने माधुरी राउत के खाते में 55 लाख रुपये भेजे थे.
  • ED के मुताबिक, प्रवीण राउत ने राकेश वधावन और सारंग वधावन के साथ मिलकर हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की हेराफेरी की है.
  • ED ने प्रवीण राउत और उसके करीबी सुजीत पाटकर से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की थी. प्रवीण राउत और संजय राउत कथित तौर पर दोस्त हैं. वहीं, सुजीत पाटकर को भी संजय राउत का करीबी माना जाता है. सुजीत पाटकर संजय राउत की बेटी के साथ एक वाइन ट्रेडिंग कंपनी में पार्टनर भी है.
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