Maharashtra में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात, Mumbai में ऑरेंज तो Thane, Raigad, Pune, Palghar में रेड अलर्ट जारी
Maharashtra Weather Alert News, Mumbai Orange Alert: महाराष्ट्र में भारी बारिश ने तबाही मचा रखी है। भारी बारिश के चलते राज्य में आम जन जीवन प्रभावित हुआ है। राज्य
Maharashtra Weather Alert News, Mumbai Orange Alert: महाराष्ट्र में भारी बारिश ने तबाही मचा रखी है। भारी बारिश के चलते राज्य में आम जन जीवन प्रभावित हुआ है। राज्य में पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश का दौर जारी है।
Maharashtra Red Alert
इसी बीच मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के ठाणे, रायगड, पुणे और पालघर जिलों में आज और कल के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। तो वहीं मुंबई के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने मुंबई और इसके उपनगरीय इलाकों में अत्यधिक वर्षा की संभावना व्यक्त की गई है।
Maharashtra School College Holiday
पालघर जिले में शुक्रवार को स्कूल और कॉलेज में अवकाश घोषित किया गया था। मध्य और पश्चिम उपनगरीय रेलवे की सेवाएं सामान्य रूप से जारी हैं। शहर के कुछ हिस्सों में जलभराव के कारण यातायात की समस्या देखी गई।
Gujarat Heavy Rainfall Alert
बता दें की गुजरात में सौराष्ट्र के कई इलाको में मूसलाधार वर्षा हो रही है। इससे जूनागढ़, गिर सोमनाथ, पोरबंदर और जामनगर सहित तटीय जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। इस बीच, मौसम विभाग ने जूनागढ़, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, अमरेली और वलसाड जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
जानकारी के अनुसार गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के तटीय जिलों में मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति उपन्न हो गई है। यहां मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के दौरान कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना और गुजरात में अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है।
यहां भारी बारिश का आसार
अगले तीन दिनों के दौरान ओडिशा में और अगले दो दिनों के दौरान छत्तीसगढ़, विदर्भ, तेलंगाना और कर्नाटक के अन्दरूनी हिस्सों में अत्यधिक वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत के शेष हिस्सों में अगले चार से पांच दिनों के दौरान कम वर्षा का अनुमान है। देश के उत्तरी भाग में वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि शुक्रवार सुबह उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और इससे सटे ओडिशा के ऊपर लो प्रेशर एरिया बना रहा। इसके दो से तीन दिनों तक ओडिशा तट पर धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है।