दुनिया का एक अनोखा एकलौता बच्चा जो बिना खोपड़ी के पैदा हुआ था, जानिये कौन था वो बच्चा?
हमने ऐसे बहुत से बच्चों के बारे में सुना है जो और बच्चों की तुलना में थोड़ा अलग होते हैं उनकी बनावट अलग होती है. उनमे से एक है यह बिना सिर का एकलौता बच्चा जिसके खोपड़ी का 80% भाग ही नहीं है.
हमने ऐसे बहुत से बच्चों के बारे में सुना है जो और बच्चों की तुलना में थोड़ा अलग होते हैं, उनकी शारीरिक बनावट अलग होती है. दुनिया भर में बच्चो को लेकर अलग-अलग न्यूज़ सुनने को मिलती है. जुड़वाँ बच्चे जो शारीरिक रूप से एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं उनको ऑपरेशन से अलग किया जाता है, ऑपरेशन कभी सफल या असफल भी हो जाता है ये बच्चे की स्थिति पर निर्भर करती है. लेकिन आपने क्या कभी सुना है की बच्चा बिना खोपड़ी (Skull) के पैदा (Born) हुआ हो? आइये आज हम आपको ऐसे अनोखे और एकलौते बच्चे के बारे में बताते हैं जो बिना खोपड़ी के पैदा (Born) हुआ था.
दरअसल, बच्चे का सिर और खोपड़ी (Skull) ही नहीं थी. इस बच्चे का नाम था जैक्सन ऐमेट बुएल, जिसका जन्म 27 अगस्त 2014 (विकिपीडिआ के मुताबिक) में हुआ था। जैक्सन की माँ का नाम ब्रिटनी और पिता का नाम ब्रैडन है.जब इस बच्चे का जन्म हुआ था तभी डॉक्टरों ने बता दिया था कि इस बच्चे की जीने की संभावना बहुत कम है. कारण था बच्चे का माथा नहीं था, खोपड़ी (Skull) नहीं थी और न ही दिमाग था.
धीरे-धीरे हो रहा था विकास
बच्चे के माता-पिता का कहना था कि बच्चे की खोपड़ी (Skull) का विकास (Development) धीरे-धीरे हो रहा था. बच्चा अपने पैदा (Born) होने की स्थिति के मुकाबले बढ़ती उम्र में ज्यादा स्वस्थ और विकसित हो रहा था, यह एक बहुत ही अच्छी खबर थी, कि दुनिया का ऐसा विचित्र बच्चा धीरे-धीरे ठीक हो रहा.
जब बच्चे का जन्म हुआ था तो डॉक्टर्स के कहने के बाद भी बच्चे के माता-पिता ने हार नहीं मानी और अपने बच्चे को जीना का मौका दिया। डॉक्टरों ने उन्हें बताया था कि जैक्सन माइक्रोहाइड्रानेनसिफैली नाम के मेडिकल कंडीशन (Medical condition) से पीड़ित है, इस मेडिकल कंडीशन(Medical condition) से पीड़ित बच्चों के सर का विकास (Development) काफी कम या धीरी रफ़्तार से होता है. ऐसे मांमले दुर्लभ आते हैं और ऐसे बच्चे ज्यादा जी भी नहीं पातें।
जैक्सन का इस दुनिया में आखिरी साल
जन्म के एक साल बाद से ही जैक्सन का शारीरिक विकास (Development) होने लग गया था और वह पहले के मुकाबले स्वस्थ भी हो रहा था. लेकिन जैसा की डॉक्टरों के मुताबिक इस मेडिकल कंडीशन (Medical condition)से पीड़ित बच्चे ज्यादा समय तक जीवित नहीं रह पातें, जैक्सन ने भी 1 अप्रैल 2020 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया।