जब राखी सावंत फूट- फूट कर रोई थी, प्रोड्यूसर्स के पास जाती थी तो कर लेते थे रूम बंद फिर...
जब राखी सावंत फूट- फूट कर रोई थी, प्रोड्यूसर्स के पास जाती थी तो कर लेते थे रूम बंद फिर… डांसर राखी सावंत के लिए आज का दिन बहुत ही स्पेशल है।
जब राखी सावंत फूट- फूट कर रोई थी, प्रोड्यूसर्स के पास जाती थी तो कर लेते थे रूम बंद फिर…
डांसर राखी सावंत के लिए आज का दिन बहुत ही स्पेशल है। आज उनका बर्थडे है। राखी सावंत को बॉलीवुड में बेबाक बयानबाज़ी के लिए जानी जाती है उन्हें ड्रामा क़्यीन भी कहा जाता है। अक्सर राखी किसी न किसी मुद्दे पर अपनी राय देती रहती है आज उनको सब पहचानते है और उनकी तगड़ी फैन फॉलोइंग है आज उनके पास किसी चीज़ की कमी नहीं है लेकिन बहुत कम लोग ही जानते है कि उनका बचपन बहुत दर्द से गुजरा है।
हाल ही में राखी सावंत ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमे उन्होंने अपने अतीत के बारे में बात की है यह बात उन्होंने राजीव खंडेलवाल के एक शो जज्बात में बचपन के बारे में बताया, राखी का असली नाम नीरू भेड़ा है. इनका बचपन बेहद गरीबी से बीता हुआ है उनके परिवार के हालात बहुत ही ख़राब थे।
फेका हुआ खाना खाते थे
जब राजीव ने राखी से पूछा, कि आप का बचपन किस माहौल में बीता। तो राखी इसका जवाब देते हुए कहती है कि राजीव हाथ कांपते मेरे, सच्चाई बताना दिल गंवारा नहीं करता. बहुत गरीबी मैंने देखी. इतनी गरीबी थी हमारे यहाँ की जब मैं पेट में थी तो मेरी माँ खाना ईट पत्थरों पर बनाती थी। राखी आगे कहती है कि हमारे पास खाने को नहीं था दूसरो का फेका हुआ खाना खाकर बड़े हुए है दूसरो का फेका हुआ खाना उठाकर खाते थे मेरी माँ हॉस्पिटल में आया थी।
राखी अपने सपनो के बारे में बताती है कि उन्हें एक्टिंग बहुत शौक था लेकिन उनके परिवार में बिलकुल भी पसंद नहीं था. मेरे मामा मुझे बहुत मारते थे क्यूँकि मेरे खानदान में लड़की को नाचना पसंद नहीं था. इतना कहने के बाद राखी अपने जज्बातो पर काबू नहीं कर पाई और फूट फूट कर रोने लगती है राखी बॉलीवुड में अपना नाम बदल कर आई है। क्यूँकि उनके परिवार वालो को पसन्द नहीं था।
प्रोडूयसर कर लेते थे रूम बंद
जब मैं इंड्रस्ट्री में आई थी तो मुझे कुछ नहीं पता था बस इतना था की काम करना है ऑडिशन के जाती थी तो बोलती थी मुझे ले लो एक्टिंग करनी है लेकिन मुझे एक्टिंग तो आती नहीं थी. हीरोइन बनना था। प्रोडूयसर पास फोटो लेकर जाती थी तो वो अंदर से रूम बंद कर लेते थे. मैं कैसे अपनी जान बचाकर भागती थी, मुझे पता है. नीरू से राखी सावंत बनने का सफर बहुत मुश्किल था।