25 सितम्बर को NCB करने वाली थी एक्ट्रेस दीपिका, सारा और श्रद्धा कपूर से पूंछताछ, बहाना बनाकर भेजा चौका देने वाला ये जवाब...
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले से जुड़़े ड्रग्स केस में बॉलीवुड के कई फिल्मी सितारे घिर गए हैं। ड्रग्स केस की जांच कर रहे NCB (एनसीबी) ने अभिनेत्रियों दीपिका पादुकोण, सारा अली खान और श्रद्धा कपूर को पूछताछ के लिए समन जारी किया है। इस कड़ी में फैशन डिजाइनर सिमोन खंभाटा से एनसीबी ने गुरुवार को 4 घंटे तक पूछताछ की।
Full ViewFull ViewFull ViewFull Viewशुक्रवार को रकुलप्रीत सिंह से पूछताछ होगी। वहीं, एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण, सारा अली खान और श्रद्धा कपूर से शनिवार को पूछताछ करेगी। ये साी एक्ट्रेस गुरुवार को देर रात मुंबई पहुंची। सारा अली खान अपनी मां अमृता सिंह के साथ मुंबई पहुंची। दीपिका से पहले 25 सितंबर को पूछताछ होनी थी। लेकिन दीपिका ने एनसीबी के समन का जवाब देते हुए बताया कि वो शुक्रवार को एनसीबी दफ्तर नहीं जाएंगी। वो शनिवार को ऑफिस पहुंचेंगी।
वहीं, दूसरी तरफ स्पेशल एनडीपीएस कोर्ट ने एनसीबी को तलोजा जेल जाकर शोविक चक्रवर्ती और दीपेश सावंत से पूछताछ करने की अनुमति दी है। एनसीबी की टीम दोनों से पूछताछ करेगी। इससे पहले नारकोटिस कंट्रोल ब्यूरो की तरफ से कहा गया कि रकुल प्रीत सिंह को कल ही समन जारी किया गया था। हमने कई माध्यम से उससे संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। रकुल प्रीत सिंह को भी आज ही पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने ये कहते हुए आने से मना कर दिया की उन्हें समन नहीं मिला है। हालांकि, थोड़ी देर बाद रकुल ने एनसीबी के समन को रिसीव कर लिया।
रिया की जमानत याचिका पर 29 सितंबर तक सुनवाई स्थगित
बॉम्बे हाईकोर्ट ने बॉलीवुड अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शौविक की जमानत याचिका पर सुनवाई 29 सितंबर तक स्थगित कर दी है। ड्रग्स मामले में ही गिरफ्तार रिया चक्रवर्ती और उसके भाई शौविक चक्रवर्ती की जमानत अर्जी पर बुधवार को बांबे हाई कोर्ट में सुनवाई होनी थी, लेकिन मुंबई में भारी बारिश के कारण इसे टालना पड़ा। रिया की न्यायिक हिरासत विशेष एनडीपीएस अदालत छह अटूबर तक बढ़ा चुकी है।
रिया इस वत मुंबई की भायखला जेल में है। इससे पहले अभिनेता सुशांत सिंह की संदिग्ध हालात में मौत मामले में रिया चक्रवर्ती की जमानत याचिका पर अपने आदेश में विशेष अदालत ने कहा था कि जांच प्रारंभिक चरण में है इसलिए उपलब्ध रिकॉर्ड के आधार पर यह नहीं कहा जा सकता कि आरोपित (रिया) को मामले से जोडऩे का कोई तार्किक आधार नहीं है।