पुखराज रत्न को धारण करते ही मिल जाता है आपका प्यार, पार्टनर आपके पीछे हो जाता है पागल
पुखराज रत्न बहुत ही प्रभावशाली होता है। यह गुरु ग्रह को मजबूत करता है। पुखराज रत्न को धारण करने के पहले बड़ी सावधानी बरतनी चाहिए।
पुखराज रत्न बहुत ही प्रभावशाली होता है। यह गुरु ग्रह को मजबूत करता है। पुखराज रत्न को धारण करने के पहले बड़ी सावधानी बरतनी चाहिए। नीला पुखराज धारण करना बेहद शुभ माना गया है। कई बार गलती से व्यक्ति पुखराज धारण कर देता है जिसके बाद उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
असली पुखराज की करें पहचान
बाजार में नकली रत्न बेचने वालों की भरमार है। हू-बा-हू दिखने वाले नकली पुखराज की पहचान करने के लिए कुछ उपाय बताए जा रहे हैं। इनको विधयों से जांचने के बाद पता लगाया जा सकता है कि पुखराज असली है या नकली। इसके लिए बताया गया है कि असली पुखराज पारदर्शी होता है। अगरपुरा आज को 24 घंटे के लिए दूध में डाल दिया जाए तो उसका रंग अगर फिका ना पड़े तो समझ ले कि यह असली पुखराज है।
किसे पुखराज पहनना चाहिए तथा किसे बचना
- जबकि अपने क्रोध पर नियंत्रण नहीं कर पा रहा है उसे पुखराज धारण करना चाहिए। पुखराज धारण करने से व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आती है। काफी दिनों से रुका हुआ विवाह तथा सच्चा प्यार प्राप्त होता है।
- ज्योतिषशास्त्र में बताया गया है कि वृषभ, मिथुन, तुला, मकर, कन्या और कुंभ लग्न के राशि वालों को पुखराज धारण करने से बचना चाहिए।
- हीरा और पन्ना पहने हुए व्यक्ति को पुखराज नहीं पहनना चाहिए।
- पुखराज रत्न धारण करने से पहले ज्योतिषी से अपनी कुंडली का विचार अवश्य करवा लेना चाहिए।
- मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक और धनु राशि के जातकों को पुखराज धारण करना उत्तम बताया गया है।
नोट-ः उक्त समाचार में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। रीवा रियासत समाचार इसकी पुष्टि नहीं करता है। दी गई जानकारी प्रचलित मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। ऐसे में किसी कार्य को शुरू करने के पूर्व विशेषज्ञ से जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें।