RBI Repo Rate: रिजर्व बैंक ने घटाई ब्याज दरें, लोन होगा सस्ता, EMI होगी कम!
आम आदमी के लिए खुशखबरी! RBI ने ब्याज दरों में कटौती की है, जिससे लोन सस्ता हो जाएगा और EMI भी कम होगी। जानिए इस फैसले से आपको कैसे होगा फायदा।;
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती की है, जिससे ब्याज दरें 6.5% से घटकर 6.25% हो गई हैं। यह कटौती आम आदमी के लिए एक बड़ी राहत की बात है क्योंकि अब लोन लेना सस्ता हो जाएगा और EMI भी कम होगी।
RBI गवर्नर ने दी जानकारी
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने यह घोषणा की। उन्होंने बताया कि मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने यह फ़ैसला लिया है।
कैसे होगा आपको फ़ायदा?
होम लोन EMI में कमी: अगर आपने होम लोन लिया है, तो आपकी EMI कम हो जाएगी।
कार लोन EMI में कमी: अगर आपने कार लोन लिया है, तो आपकी EMI कम हो जाएगी।
पर्सनल लोन EMI में कमी: अगर आपने पर्सनल लोन लिया है, तो आपकी EMI कम हो जाएगी।
नया लोन लेना होगा सस्ता: अगर आप नया लोन लेने की सोच रहे हैं, तो अब आपको कम ब्याज दर पर लोन मिलेगा।
महंगाई कैसे होगी कम?
ब्याज दरें कम होने से लोगों के पास ज़्यादा पैसे होंगे जिसे वे खर्च कर सकते हैं। इससे बाज़ार में मांग बढ़ेगी और कंपनियां अपने उत्पादों के दाम नहीं बढ़ा पाएंगी। इस तरह से महंगाई पर काबू पाया जा सकता है।
केंद्रीय बैंक आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पालिसी रेट में कमी करने का पक्षधर होता है। इसकी वजह से कर्ज सस्ता हो जाता है। लोग खर्च करने के लिए प्रेरित होते हैं और बैंकों को इससे फायदा होता है। बैंकों को लोन के उपभोक्ता मिलते हैं। इससे आर्थिक गतिविधियों में इजाफा होने लगता है।
उदाहरण के लिए
पॉलिसी रेट में इजाफा: अगर महंगाई 6 से 7 फीसदी पर है, लेकिन केन्द्रीय बैंक का लक्ष्य 4% है, तो वह पॉलिसी रेट में बढ़ोत्तरी कर महंगाई को नियंत्रित करने का प्रयास करते हैं।
पॉलिसी रेट में कमी: इसी तरह जब आर्थिक वृद्धि कम हो रही हो और आर्थिक गतिविधियां धीमी हों। महंगाई 3 से 4 फीसदी के बीच है तो केन्द्रीय बैंक पॉलिसी रेट को कम करके निवेश और खपत में बढ़ावा देने की कोशिश करता है।
आरबीआई के रेपो रेट घटाने से कितना फायदा होगा
लोन राशि (₹) | पुरानी ब्याज दर (8.5%) | नई ब्याज दर (8.25%) | लोन टेन्योर | पुरानी EMI (₹) | नई EMI (₹) | EMI में बचत (₹) |
20 लाख | 8.5% | 8.25% | 20 साल | 17,356 | 17,041 | 315 |
30 लाख | 8.5% | 8.25% | 20 साल | 26,035 | 25,562 | 413 |
50 लाख | 8.5% | 8.25% | 20 साल | 43,391 | 42,603 | 788 |
रेपो रेट क्या होता है?
रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर RBI बैंकों को क़र्ज़ देता है। रेपो रेट कम होने से बैंकों को सस्ता क़र्ज़ मिलता है और वे ग्राहकों को भी कम ब्याज दर पर लोन दे पाते हैं।
RBI का यह फ़ैसला आम आदमी और अर्थव्यवस्था दोनों के लिए फ़ायदेमंद है। इससे लोन सस्ता होगा, EMI कम होगी और महंगाई पर भी काबू पाया जा सकेगा।