नारियल और तुलसी का पौधा घर में लगाने से होते हैं चमत्कारी फायदें, हर जगह होगी पैसो की बारिश, पैसा रखते-रखते थक जाएंगे आप?
जिस तरह तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र माना गया है उसी तरह नारियल का फल पूजा में उपयोग किया जाता है।
जिस तरह तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र माना गया है उसी तरह नारियल का फल पूजा में उपयोग किया जाता है। बिना नारियल के पूजा अधूरी मानी जाती है। वही नारियल के पानी में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जिनको पीने से शरीर में स्फूर्ती और ताकत आती है। वही जिस घर में नारियल का पेड़ अगर लगा होता है इससे शुभ और सौभाग्य की प्राप्ति होना बताया गया है। तुलसी के पौधे के संबंध में लोगों को पता है कि यह लक्ष्मी स्वरूप हैं। आज हम नारियल और तुलसी के पौधे लगाने के चमत्कारी फायदे के बारे में जानेंगे।
मंगल का प्रतीक है नारियल का कलश
आमतौर पर देखा गया है कि पूजा के दौरान नारियल का कलश स्थापित किया जाता है। इसे मंगल का प्रतीक माना गया है। नारियल का कलश बनाने के लिए पूजा के दौरान कलश में पानी भरकर उसके ऊपर नारियल रख दिया जाता है। शुभ कार्य में करने के दौरान किया जाता है।
नारियल पानी में मिलता है पोटैशियम
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से नारियल के पानी में प्रचुर मात्रा में पोटैशियम पाया जाता है। यह पोटैशियम शरीर को शक्ति प्रदान करने के साथ ही शरीर में होने वाले सुन्नता को समाप्त करता है। नारियल पानी का सेवन स्वस्थ व्यक्ति भी कर सकता है।
कई ग्रह होते हैं शांत
नारियल का पौधा लगाने से शनि, राहु और केतु नमक ग्रह शांत होते हैं। इन ग्रहों के सुप्रभात से कई समस्याएं दूर रहती हैं।
वही बताया गया है कि अगर कोई अनजान है आपको सता रहा है तो इसके लिए शनिवार के दिन पानी वाला नारियल और उसे काले कपड़े में लपेटे। काली तिल और उड़द की दाल तथा एक खेल डालकर उसे बहते हुए पानी में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने पर भय समाप्त होता है।
गुणकारी है तुलसी का पौधा
तुलसी के पौधे के संबंध में बताया गया है कि यह माता लक्ष्मी का दूसरा स्वरूप है। जिस घर में तुलसी का पौधा होता है सुख शांति और समृद्धि विकसित होती है। तुलसी के पौधे को हमें अपने घर के ईशान कोण उत्तर पूर्व की ओर लगाना चाहिए।
कहा गया है कि प्रतिदिन तुलसी का सेवन कई तरह की गंभीर बीमारियों को रोकने की क्षमता लगता है। साथ ही शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है।
नोट-ः उक्त समाचार में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। रीवा रियासत समाचार इसकी पुष्टि नहीं करता है। दी गई जानकारी प्रचलित मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। ऐसे में किसी कार्य को शुरू करने के पूर्व विशेषज्ञ से जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें।