जिस व्यक्ति के माथे पर होती है ऐसी लकीर, उसके अंदर होती है दैवीय शक्ति, भगवान का दूसरा रूप होते है
माथे की लकीर से आपका भविष्य पता चलता है.
सामुद्रिक शास्त्र के जानकार बताते हैं के जिस व्यक्ति के माथे के बीच से एक सीधी रेखा ऊपर की ओर जाती है वह रेखा बताती है कि जीवन में जातक बहुत ऊंचाई तक सफलता प्राप्त करेगा। ऐसे व्यक्ति के सम्बंध में माना जाता है कि उस वर भगवान की विशेष कृपा है। ऐसे में उस पर चाहे जितनी भी परेशानी या विपत्ति आए उस व्यक्ति का कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। साथ ही और भी लकीरे पाई जाती हैं वह भी हमारे जीवन से जुड़ी कुछ न कुछ संकेत देती है।
भौंह के निकट की लकीर
सामुद्रिक शास्त्र में बताए अनुसार मनुष्य के भौंह के निकट एक रेखा पाई जाती है। जिसे धन की लकीर भी कहा गया है। इस रेखा के संबंध में कहा गया है कि अगर यह जितनी ही स्पष्ट होती है व्यक्ति उतना ज्यादा धनवान होता है। साथ में यह भी कहा गया है कि अगर यह रेखा स्पष्ट नहीं है तो व्यक्ति को धन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
भौंह के बगल की दूसरी रेखा
कहा गया है कि पहली रेखा के निकट एक दूसरी रेखा भी कुछ जातकों में पाई जाती है। जिसके माथे पर यह दूसरी लकीर होती है उस व्यक्ति का स्वास्थ्य जीवन भर ठीक रहता है। साथ ही अगर यह लकीर पतली और टूटी फूटी है तो व्यक्ति को स्वास्थ्य में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
माथे की तीसरी रेखा
इस रेखा के संबंध में कहा गया है कि भौंह के बगल की दो रेखाओं के बाद एक तीसरी रेखा भी कुछ जातकों के माथे पर दिखाई देती है। लेकिन यह रेखा लाखों में एक जातक के माथे पर दिखाई देती है। जिसके माथे पर यह रेखा पाई जाती है उसे बहुत भाग्यशाली माना गया है।
नाक के सीध पर माथे की रेखा
इस रेखा के संबंध में बताया जाता है की यह रेखा नाक के सीध माथे पर पाई जाती है। रेखा सीधे ऊपर की ओर जाती है। कहा गया है कि जिस जातक के सिर पर यह रेखा पाई जाती है वह दैवीय कृपा पात्र व्यक्ति माना गया है। भगवान की छाया इस पर सदैव बनी रहती है।
नोट-ः उक्त समाचार में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। रीवा रियासत समाचार इसकी पुष्टि नहीं करता है। दी गई जानकारी प्रचलित मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।