Starting own business: घर बैठे शुरू करे कार्डबोर्ड का बिजनस, हर महीने होगी 10 लाख की कमाई
कार्डबोर्ड का बिजनस कर आप महीने में लाखो रूपए आराम से कमा सकते है.
Starting own business: किसी भी सामान को पैक करने के लिए कार्डबोर्ड की आवाश्यकता पड़ती है। ऐसे फैक्ट्री से लेकर हर छोटे बडे़ व्यापार तथा घर की सिप्टिंग के दौरान सामान की पैकिंग में इस कार्डबोर्ड की आवश्यकता होती हैं। जिसकी नौकरी करने से मन भर गया हो वह इस बिजनेस को कर महीने में 10 लाख रूपये तक कमा सकता है। इस बिजनेस को खड़ा करने के लिए बैंक से लोन लिया जा सकता है। वहीं अगर मार्केटिंग पर ध्यान दे दिया जाय तो कम समय में व्यापार को आगे बढ़ाया जा सकता है। कार्डबोर्ड बनाने का बिजनेस छोटे स्थान से शुरू किया जा सकता है।
बैंक देते हैं आसानी से लोन
इस तरह के बिजनस पर बैंक भी आसानी से लोन दे देते हैं। क्योकि बैंक लोन देने के पहले यह जानकारी लेता है कि जिस बिजनेस के लिए पैसे की मांग की जा रही है। उसमें नुक्सान की सम्भावना कितनी है। क्योंकि जब आपको बिजनेस से लाभ ही नही होगा तो बैंक का पैसा कैसे चुकाया जायेगा। ऐसे में बैंक को भी पता है कि कार्ड बोर्ड के बिजनेस में नुक्सान की सम्भावना बहुत कम होती है।
व्यापार बढ़ने से होता है ज्यादा लाभ
जैसे-जैसे मांग बढ़ती जायेगी व्यापार बढ़ात जायेगा और फिर ऐसे में लाभ होना शुनिश्चित हो जाता है। इसलिए कार्डबोर्ड बनाने का बिजनेश काफी लाभदायक सिद्ध हो रहा है। इसकी मांग हर दिन बढ रही है। इस बिजनेस को बढ़ाने के लिए मार्केटिगं पर और क्वालिटी पर ध्यान देने की विशेष आवश्यकता होती है। कम्पनियों में एक बार काम मिल जाने के बाद वह ज्यादा समय तक केवल डिमांड पूरी करनी होती है।
यहां है कार्डबोर्ड की ज्यादा डिमांड
कार्डबोर्ड या कोई बिजनेस शुरू करने में सबसे ज्यादा चिंता इस बात की होती है कि आखिर इसकी बाजार में डिमांड कितनी और कहां है। कार्डबोर्ड का बिजनेस शुरू करने पर भी यह सवाल होता है। लेकिन बता दें कि कार्डबोर्ड की मांग हर सामान को पैक करने में होती है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसकी मांग की कितनी है।
40 रूपये किलो है दाम
कार्डबोर्ड का क्रफ्ट पेपर 40 रूपये किलो आसानी से मिल जाता है। वहीं सबसे बडी बात तो यह है कि कार्डबोर्ड को बनाने के लिए विशष निगरानी की आवाश्यकता होती है। मजबूत कार्डबोर्ड की सभी डिमांड करते है। इस बिजनेस को कर महीने के 10 लाख रूपये तक कमांए जा सकते हैं।
वही अगर लागत की बात करें तो बड़े लेवल पर शुरू करने पर कम से कम 20 लाख रुपये और वहीं फुल ऑटोमेटिक मशीनों के जरिए काम शुरू करने पर करीब 50 लाख रुपये तक खर्च हो सकते है।