Profitable Farming Business: काली मिर्च की खेती से होती है लाखों की कमाई, जानिए
काली मिर्च की खेती से आप भी कर सकते हैं बम्पर कमाई।
Black Pepper Farming Tips: खेती तो आमतौर पर हर गांव में होती है। अगर खेती के जरिए बंपर कमाई करने की तैयारी कर रहे हैं तो आज हम आपके लिए एक ऐसा आइडिया लेकर आए हैं, जो महीने में लाखों रुपये कमाने का जरिया बन सकता है। काली मिर्च की खेती (Black Pepper Farming) के जरिए लाखों रूपये कमाने की जुगत बताने जा रहे हैं। इसमें एक लाख रुपए का खर्च आएगा। अगर किसान भाई काली मिर्च की खेती को आजमा कर देखें तो लाभ निश्चित होता है।
मिल चुका है पद्मश्री का सम्मान
काली मिर्च की खेती कर आज किसान अच्छी कमाई कर रहे हैं। वहीं उनकी इस सफल खेती को देखकर केंद्र सरकार ने किसान को पद्मश्री से सम्मानित किया है। पद्मश्री से सम्मानिता होने वाले किसान मेघालय निवासी नानाडो मारक (Nanadro Marak) है। इन्होने ने बिना पर्यावरण को नुक्सान पहुंचाये 5 एकड़ भूमि पर जैविक (Organic) तरीके से काली मिर्च की खेती की।
72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सरकार ने मारक को जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए पद्मश्री पुरस्कार (Padma Shri Award) से सम्मानित किया था। यह किसनों के लिए काफी गर्व की बात रही है। लेगों ने ससकी खूब सराहना की।
कमाई का है बढ़िया जरिया है काली मिर्च (Black Pepper Farming Business)
जिसके पास भी खेती खेती कर पैसा कमाने का जज्बा है तो वह काली मिर्च की खेती कर पैसा कमाने का प्रयास कर सकता हैं। आज ज्यादातर लोग इस खेती को अपना कर पूर्ण सफलता प्राप्त कर अच्छी इनकम प्राप्त कर रहे हैं।
कम्पनियों करीती हैं खरीदी (Black Pepper Farming Profit)
जानकारी के अनुसार मेघालय के रहने वाले किसान नानाडो मारक बताते हैं कि उन्होंने वर्ष 2019 में अपने बागान मे काली मिर्च की खेती कर 19 लाख रुपए कमा चुके हैं। नानाडो मारक अपना अनुभव साझा करते हुए कहते हैं कि काली मिर्च की मांग कभी कम होने वाली नहीं है।
वही काली मिर्च का उत्पादन उसके रेट कम या ज्यादा होने पर भी आमदनी में ज्यादा फर्क नहीं डालता। वहीं उनका कहना है कि कम्पनिया किसनो से सम्पर्क कर खरीदी कर लेती है।
खेती की तैयारी ऐसे करें (Black Pepper Farming Process)
काली मिर्च की खेती की तैयारी के लिए किसानों को चाहिए कि वह खेतों की गहरी जुताई करलें। खेती के दौरान प्रति पौधों पर 10-20 किलो तक गाय के गोबर से बनी खाद और वर्मी कंपोस्ट दिया जाता है। बाद में काली मिर्च के दो पौधों के बीच 8-8 फीट की दूरी रखनी चाहिए। पौधो के रखी गई दूरी से पौधों को बढ़ने में आसानी रहती है।
काली मिर्च की फलिया तोड़ने के बाद उसे सुखाने और निकालने में सावधानी बरती जाती है। दाने निकालने के लिए पानी में कुछ समय डुबाया जाता है और फिर सुखाया जाता है। इससे दानों को अच्छा रंग मिल जाता है। फल्ली तोड़ने के लिए थ्रेसिंग मशीन का उपयोग किया जाता है।