New Business Ideas Hindi: सिर्फ 20 हजार रूपये खर्च करिए और कमाएं लाखो-करोड़ो रूपए, जानिए कैसे?
New Business Ideas Hindi: लेमनग्रास की खेती करके आप लाखों रूपये कमाई कर सकते है.
New Business Ideas Hindi: अगर आप कम पैसों में बिजनेस करना चाहते है और आप किसान है तो लेमनग्रास की खेती एक अच्छा और फायदे का बिजनेस साबित हो सकता हैं, क्याकि इसमें अच्छा मुनाफा होता हैं। इसे नींबू घास भी कहते हैं। इसकी खेती करने के लिए आपको सिर्फ 20,000 रुपये की जरूरत है। इन पैसों से आप लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं।
बाजार में है अच्छी डिमांड
लेमन ग्रास से निकलने वाले तेल की बाजार में अच्छी डिमांड है, क्योकि लेमन ग्रास से निकलने वाला तेल कॉस्मेटिक्स, साबुन, तेल और दवा बनाने वाली कंपनियां इस्तेमाल करती हैं। यही वजह है कि बाजार में इसके अच्छे दाम मिलते हैं।
सरल होता है खेती करना
इस खेती की सबसे खास बात यह है कि इसे सूखा प्रभावित इलाकों में भी लगाया जा सकता है। लेमन ग्रास खेती में खाद की कोई जरूरत नहीं पड़ती है, इसके साथ ही इसे जंगली जानवर भी नष्ट नहीं करते है। एक बार फसल की बुवाई होने के बाद यह लगातार 5-6 साल तक तक चलती रहती है। लेमनग्रास की खेती से आप सिर्फ एक हेक्टेयर से ही साल भर में करीब 4 लाख रुपये तक का मुनाफा कमा सकते हैं।
फरवारी-मार्च माह में करे खेती
लेमन ग्रास की खेती करने का बेहतर समय फरवरी से जुलाई के बीच है। एक बार लगाने के बाद इसकी छः से सात बार कटाई होती है। एक साल में तीन से चार बार कटाई होती है। लेमन ग्रास से तेल निकाला जाता है। एक साल में एक कट्ठे जमीन से करीब 3 से 5 लीटर तेल निकलता है। इस तेल के दाम 1,000 रुपये से लेकर 1,500 रुपये हैं।
ऐसे होती है कमाई
अगर आप एक हेक्टेयर में लेमन ग्रास की खेती करते हैं तो शुरुआत में 20,000 से 40,000 रुपये की लागत आएगी। एक बार फसल लगाने के बाद साल में 3 से 4 बार कटाई की जा सकती है। मेंथा और खस की तरह ही लेमन ग्रास की पेराई होती है। 3 से 4 कटाई पर करीब 100 से 150 लीटर तेल निकल आता है। एक हेक्टेयर से साल भर में करीब 325 लीटर तेल निकल जाएगा। तेल की कीमत करीब 1200-1500 रुपये प्रति लीटर होती है यानी 4 लाख से 5 लाख रुपये तक की कमाई आराम से हो सकती है।
पीएम मोदी खेती पर दे चुके है जोर
लेमनग्रास के बिजनेस को लेकर पीएम मोदी ने भी मन की बात में जोर दिया है। उन्होने कहा था कि लेमन ग्रास की खेती से किसान अपने आप को तो सशक्त बना ही रहे हैं, साथ ही देश की तरक्की में भी योगदान दे रहे हैं।