Insurance and Inflation: अपने परिवार को आर्थिक संकट से दूर रखने के लिए बनाएं ऐसा बीमा कवर, जिस पर महंगाई का न हो असर
महंगाई के कारण रुपए की क्रय शक्ति लगातार घटती जा रही है।
Insurance and Inflation: बढ़ती महंगाई का आपके इंश्योरेंस पर भारी असर पड़ सकता है। भले ही आपने बीमा पॉलिसी (insurance policy) पहले से खरीदी हो, फिर भी महंगाई इसे प्रभावित कर सकती है। इतना ही नही बढ़ती महंगाई से आपके परिवार के भविष्य की आर्थिक सुरक्षा पर भी काफ़ी गहरा असर पड़ सकता है। अगर आपने पॉलिसी को खरीदते वक्त बढ़ती महंगाई (Inflation) का ध्यान नहीं रखा तो बीमा पॉलिसी (Bima Policy) खरीदने के बाद भी आप अपने परिवार को भविष्य को आर्थिक संकट से दूर नहीं रख पाएंगे। क्योंकि महंगाई के कारण रुपए की क्रय शक्ति लगातार घटती जा रही है। ऐसे में परिवार के भविष्य को आर्थिक संकट से बचाने के लिए अपने बीमा कवर को बनाए।
बीमा राशि को जरूरतों के हिसाब से बढ़ाएं
बढ़ती महंगाई के कारण रुपये की क्रय क्षमता में तेजी से गिरावट आ रही है, और जिस रफ्तार से रुपये की वास्तविक वैल्यू घट रही है, उसी हिसाब से आपको बीमा राशि की फ्यूचर वैल्यू यानी भविष्य में उसकी संभावित क्रय क्षमता का आकलन करके जरूरी बढ़ोत्तरी करनी चाहिए। यदि रुपये की क्रय क्षमता हर साल 8 फीसदी की रफ्तार से घट रही है, तो आपको भविष्य की मूलभूत आवश्यकताओं के हिसाब से अपना निवेश इतना बढ़ाना होगा ताकि महंगाई आपके परिवार की सुरक्षा में सेंध न लगा दे. अपको अपने परिवार की वास्तविक जरूरतों का सबसे पहले सही अनुमान लगाना होगा और अपने बीमा कवर में समय-समय पर बढ़ोतरी करते रहना होगा। इस तरह से आपको जरूरत के समय बीमा होते हुए भी आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इन बातों का रखें ध्यान
बीमा कराते समय परिवार की इन आवश्यकताओं का सबसे पहले ध्यान रखना चाहिए। घर की मिल्कियत, बच्चों की उच्च-शिक्षा, इलाज पर होने वाले खर्च और रिटायरमेंट के समय पड़ने वाली पैसों की जरूरत. इन सभी बातों पर महंगाई का असर दिखाई देता है। बच्चों की पढ़ाई का खर्च आपके अनुमान के मुकाबले ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है। वही इलाज के खर्च के मामले में अगर किसी डॉक्टर के पास जाते हैं तो खर्च तेजी से बढ़ रहा है। इन सभी बढ़ते खर्चों को ध्यान में रखते हुए इंश्योरेंस की रकम में बढ़ोतरी करनी चाहिए है।
इंश्योरेंस पॉलिसी की समीक्षा करनी चाहिए
आपको द्वारा खरीदी गई पॉलिसी की हर साल आपको इंश्योरेंस पॉलिसी की समीक्षा करनी चाहिए। क्या आपने कुछ समय पहले जो पॉलिसी ली थी, वो किसी मुसीबत में या नाजुक हालत में परिवार की बढ़ती आर्थिक जरूरतों और महंगाई के कारण उसमें आ रहे कठिनाई के समय पर बोझ उठाने के लिए काफी है? और यदि आपको लगता है कि जो पॉलिसी आप ने कराई है उसकी रकम काफी नहीं है, तो आप उसमें टॉप अप प्लान (Top up plan) के जरिए या कोई नई पॉलिसी मैं बढ़ोतरी कर सकते हैं।
रुपये का वास्तविक मूल्य कम होने पर पड़ा असर
इंश्योरेंस पॉलिसी हमेशा लंबे अरसे की संभावित जरूरत एवं भविष्य की सुरक्षा को ध्यान में रखकर ली जाती है।लेकिन बढ़ती महंगाई के कारण रुपये का वास्तविक मूल्य लगातार घट रहा है। जिसका सीधा असर आपकी बीमा राशि यानी सम एश्योर्ड के वास्तविक मूल्य पर भी पड़ता है। और यदि महंगाई की दर लगातार काफी तेजी से बढ़ती रही, तो बीमा कराते समय जो रकम आपको अपने परिवार के भविष्य की सुरक्षा के लिए पर्याप्त लग रही थी, वह आने वाले समय में कम लगेगी। क्योंकि जिन जरूरतों का अनुमान आप आज की कीमतों के आधार पर या महंगाई में धीमी रफ्तार से बढ़ोतरी होने की उम्मीद के आधार पर लगाते हैं। तो कीमते तेजी से बढ़ रही है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पॉलिसी चुने।