खाना खाते समय अगर धोखे से कर दी ये गलती तो कंगाल होना तय है, जानिए!
व्यक्ति प्रतिदिन भोजन करता है। लेकिन भोजन के दौरान किसी न किसी दिन हम कुछ ऐसा कर बैठते हैं जिसके परिणाम स्वरूप हमें कई तरह की बाधाओं का सामना पड़ता है।
व्यक्ति प्रतिदिन भोजन करता है। लेकिन भोजन के दौरान किसी न किसी दिन हम कुछ ऐसा कर बैठते हैं जिसके परिणाम स्वरूप हमें कई तरह की बाधाओं का सामना पड़ता है। कहा तो यहां तक जाता है कि गलत आदतों और धर्म पुराणों, वास्तु शास्त्र में बताई बातों का पूर्णरूपेण पालन न करने से इस तरह की समस्याएं हमारे सामने आती हैं। आज हम बात कर रहे हैं कि हमें भोजन करने के लिए कौन-कौन से एहतियात बरतनी चाहिए। हम यह भी बताएंगे कि इन एहतियादो का पालन न करने से कौन-कौन सी परेशानियां आती हैं।
भोजन करने के नियम
- हमारे धर्म शास्त्र बताते हैं कि हमें भोजन जमीन पर बैठकर करना चाहिए।
- भोजन करने के लिए जिस तरह हम आसन बिठाकर स्वयं बैठते हैं। उसी तरह हमें थाली के लिए भी आसन स्वरूप चौकी रखनी चाहिए।
- भोजन करने के लिए जब थाली सामने आये हमें भगवान का भोग लगाना चाहिए। भगवान को अर्पण करने के पश्चात ही भोजन करने का विधान है।
- कहा गया है कि भोजन भगवान को अर्पण करने के बाद भोजन करने से भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- थाली में हमें कुछ भी नहीं छोड़ना चाहिए। इसके लिए आवश्यक है कि हम थाली में उतना ही भोजन ले जितना ग्रहण करने की इच्छा हो।
- भोजन करने के लिए बैठने के बाद उसे बीच में नहीं छोड़ना चाहिए।
क्या है नुकसान
हमें आगाह किया गया है कि हम भूलकर भी बिस्तर पर बैठ कर भोजन न करें। अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो उसे कई तरह के संकटों का सामना करना पड़ता है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि बिस्तर पर बैठकर भोजन करने वाले व्यक्ति के ऊपर कर्ज का बोझ बढ़ता ही जाता है। कई बार तो वह कंगाल भी हो जाता है। बताया गया है कि ऐसे लोगों को माता लक्ष्मी पसंद नहीं करती।
थाली में न छोड़े नमक
कहा गया है कि हमें थाली में भोजन तो छोड़ना ही नहीं चाहिए साथ ही नमक तक नहीं छोड़ना चाहिए। थाली में नमक छोड़ने को बहुत ही अशुभ बताया गया है। साथ ही कहा गया है कि अगर नमक छूट ही गया है तो उस पर पानी डाल दे। इससे अशुभता कुछ कम हो जाता है।
नोट-ः उक्त समाचार में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। रीवा रियासत समाचार इसकी पुष्टि नहीं करता है। दी गई जानकारी प्रचलित मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। ऐसे में किसी कार्य को शुरू करने के पूर्व विशेषज्ञ से जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें।