IPL में टीमें पैसा कैसे कमाती हैं, BCCI की IPL से कितनी कमाई होती है?
How do teams make money in IPL? BCCI IPL Earnings की बात करें तो इस सीजन में क्रिकेट बोर्ड 16000 करोड़ रुपए की कमाई कर चूका है
How do teams make money in IPL: IPL ऑर्गनाइज़ कराकर BCCI को पैसा कैसे मिलता है, आईपीएल की टीमों की कमाई कैसे होती है और क्या सिर्फ उसी टीम को प्रॉफिट होता है जिसकी जीत होती है? ऐसे कई सवाल क्रिकेट फैंस गूगल बाबा से पूछते रहते हैं. हमने भी सोचा चलो इसपर थोड़ा दिमाग दौड़ाया जाए और ये पता किया जाए कि आखिर BCCI को IPL से कितनी कमाई होती है और टीम को मैच खेलने के कितने पैसे मिलते हैं? हमने लोगों द्वारा पूछे गए सारे सालवों के जवाब खोज लिए, तो चलिए जानते हैं आईपीएल में कैसे और कितनी कमाई होती है.
BCCI IPL से कैसे पैसे कमाता है (How BCCI Earns From IPL)
BCCI यानी बोर्ड ऑफ़ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (Board of Control for Cricket in India) IPL प्रसारित करने वाले TV चैनल को खेल के प्रसारण के लिए फीस चार्ज करता है। और यह आईपीएल का ऑर्गनाइज़र भी है। जो BCCI बोलेगा वो होगा। पहले खेल के प्रसारण के लिए टीम को 80% और BCCI को सिर्फ 20% कमाई मिलती थी जो अब 50-50% हो गई है। मतलब आधा BCCI और बाकी दोनों टीमें। कमाई ब्रॉडकास्टिंग राइट्स बेचने से मिलती है
जैसे आईपीएल सोनी और स्टार स्पोर्स में टेलीकास्ट होता है तो ये चैनल BCCI को इसके लिए भारी भरकम फीस देते हैं और चैनल की कमाई विज्ञापन मतलब ब्रेक ऐडवर्टाइज़मेंट से होती है। सोनी ने साल 2008-17 के लिए 8200 करोड़ और स्टार स्पोर्ट्स ने साल 2018-22 के लिए 16347 करोड़ रुपए में IPL के बोर्डकॉस्टिंग राइट्स खरीदे थे
BCCI ने IPL से कितनी कमाई की है (BCCI Earnings From IPL)
इससे पहले के 10 आईपीएल सीजन में BCCI और टीमों ने टोटल 8200 करोड़ की कमाई की थी. मतलब हर साल 820 करोड़ रुपए, साल 2018 में स्टार स्पोर्ट्स ने 5 साल के लिए ब्रॉडकास्टिंग राइट्स खरीद लिए और इसके बदले 16,374 करोड़ रुपए चुकाए मतलब BCCI और टीमों ने टोटल हर साल 3270 की कमाई की.
IPL से IPL की टीमें कैसे पैसा कमाती हैं (How IPL Teams Earn From IPL)
BCCI और आईपीएल में खलेने वाली टीमें सिर्फ चैनल को ब्रॉडकास्टिंग राइट्स बेचने भर से नहीं बल्कि कई माध्यम से भयंकर बिज़नेस करती हैं. बीते 5 सीजन में DLF ने टाइटल स्पोंसरशिप के लिए 200 करोड़ रुपए दिए थे, अगले 5 सीजन के लिए पेप्सी ने 397 करोड़, वीवो ने 200 करोड़ और ड्रीम 11 ने 222 करोड़ इसके बाद फिर से वीवो ने 493.8 करोड़ और अब टाटा ने 600 करोड़ रुपए दिए हैं
सेंट्रल रेवेन्यू- जिसमे मीडया ब्रॉडकास्टिंग राइट्स और टाइटल स्पांसरशिप से कमाई होती है. सिर्फ सेंट्रल रेवेन्यू से हर टीम को अबतक सालाना 230-240 करोड़ की कमाई हुई है. और BCCI को 3700 करोड़ हर साल.
विज्ञापन और प्रमोशनल रेवेन्यू- जैसे मैच ग्राउंड में कई सारे विज्ञापन दिखते हैं उससे भी भारी कमाई होती है, वहीं कई टीमें खुद के ब्रांड का प्रमोशन करती हैं। और इस्तेमाल किए हुए जेर्सी, ग्लोव्स, बैट, बेचकर भी कमाई होती है.
लोकल रेवेन्यू- टिकट बेचकर, और ग्राउंड में कुछ ऐसे छुटपुट चीज़ों बेचकर होने वाली कमाई। एक मैच की टिकट में करीब 4 करोड़ की कमाई होती है.
आईपीएल टीम की कमाई कैसे होती है
हर साल टीम मैनेजमेंट अपने खिलाडियों की बिडिंग में अमूमन 100 करोड़ रुपए खर्च करती हैं. और ऑपरेशन कॉस्ट में लगभग 35 से 50 करोड़। इसके साथ स्टेट असोसिएशन को हर सीजन 3.50 करोड़ देना होता है और अपनी कमाई का 20% BCCI को देना होता है जो लगभग 20-30 करोड़ होता है। हर साल एक आईपीएल टीम को 300 करोड़ की अर्निंग होती है और एक्सपेंसेज को घटा दें तो सालाना कमाई 130-150 करोड़ के आसपास होती है।
आईपीएल जीतने वाली टीम को कितना पैसा मिलता है (IPL Winning Price Money)
कोई टीम हारे या जीते उसकी 130 करोड़ रूपए की कमाई तो होनी ही होनी है. लेकिन जीतने वाली टीम को अलग से प्राइज़ मनी के रूप में 20 करोड़, रनरअप को 12.5 करोड़ और तीसरे-चौथे नंबर वाली टीम को 8.75 करोड़ रुपए मिलते हैं. प्राइज़ मनी का आधा पैसा टीम के मालिक को और आधा टीम के खिलाडियों को मिल जाता है.