Frozen Green Peas Business: शुरू करें मटर का बिजनेस, फ्रोजन ग्रीन पीज दिलाएगा 200 रुपए प्रति किलो का दाम
Frozen Green Peas Business: फ्रोजन ग्रीन पीज बिज़नेस से मोटी कमाई करने का अच्छा मौका है, आइये जानते हैं इसके बारे में..
Frozen green peas business in hindi: केवल सर्दियों के समय पैदा होने वाली मटर कई बार सस्ती हो जाती है। तो वही वर्षभर इसकी पैदावार न होने से एक निश्चित समय के बाद मटर के दाम हो जाते है। ऐसे में हम अगर सस्ते दाम पर मटर को खरीद ले और फ्रोजन मटर (frozen beans) तैयार कर बाजार में बेचे तो अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। किसानों के लिए आवश्यक है कि वह इस पद्धति को अपनाएं और तगड़ा मुनाफा कमाए।
बोनी हो चुकी होगी पूरी
आमतौर पर मटर बोने का समय अक्टूबर का महीना होता है। कई बार किसान खेत तैयार न कर पाने की वजह से मटर की बोनी नवंबर के महीने में भी करते हैं। इस समय में माना जा रहा है कि मटर की बोनी ज्यादातर किसानों ने कर ली होगी।
गिर जाते हैं भाव
50 से 60 दिन मैं फल देने के लिए मटर का पौधा तैयार हो जाता है। आमतौर पर अंतिम अक्टूबर और नवंबर के प्रथम सप्ताह में बोई गई मटर की फलियां दिसंबर के अंतिम सप्ताह से निकलनी शुरू हो जाती हैं। कई बार एक साथ फसल बोए जाने से अत्याधिक मटर बाजार में पहुंचता है जिससे उसके दाम काफी नीचे आ जाते हैं। ऐसे में आवश्यक है कि किसान फ्रोजन मटर पद्धति का उपयोग कर तगड़ी कमाई करें।
क्या है फ्रोजन मटर पद्धति (Frozen peas method)
फ्रोजन मटर पद्धति एक ऐसी प्रक्रिया है जिसे अपनाकर किसान भाई या फ्रोजन मटर का व्यवसाय करने वाले लोग आमदनी कमा लेते हैं। इस प्रक्रिया में मटर की फली से दाने अलग कर लिए जाते हैं। इसके पश्चात मटर के दानों को करीब 90 डिग्री सेंट्रल तापमान पर ले जाया जाता है और फिर मटर को एकदम से ठंडे पानी में डाल दिया जाता है। बाद में मटर को 40 डिग्री सेंटीग्रेड के तापमान पर रखा जाता है। मटर के साथ की गई यह प्रक्रिया फ्रोजन विधि कहलाती है।
मिलता है पर्याप्त मुनाफा
अब इस मैटर को छोटे छोटे पैकेट में बंद कर इन्हें दुकानों में उपलब्ध करवा दिया जाता है। इन पैकेट की कीमत 120 रुपए प्रति किलो से लेकर 180 या फिर 200 रुपए किलो तक बिक जाता है।अगर इस मटर की मार्केटिंग स्वयं कर ली जाए तो नजदीकी दुकान रेस्टोरेंट्स ढाबा या फिर मॉल आदि मे सीधे बेचकर ज्यादा लाभ लिया जा सकता है।