Cryptocurrency में भारी गिरावट पर भी नहीं टूटे निवेशक, जमकर कर रहें इन्वेस्ट
Cryptocurrency News in Hindi Today: क्रिप्टोकरेंसी के रेट में बीते हफ्ते से बड़ी गिरावट देखी जा रही है, लेकिन निवेशक नहीं टूट रहें।
Cryptocurrency News in Hindi Today: क्रिप्टोकरेंसी के रेट में बीते हफ्ते से बड़ी गिरावट देखी जा रही है. यह गिरावट महीने में भी सबसे बड़ी गिरावट है. बावजूद इसके क्रिप्टोकरेंसी में निवेश (Investment in Cryptocurrency) करने वाले निवेशक बिलकुल भी नहीं घबरा रहें हैं. वे जमकर निवेश कर रहें हैं. बीते हफ्ते से क्रिप्टोकरेंसी में भारी भरकर निवेश हो रहा है, जो आपको चौका सकता है.
भारत की बात करें तो अभी तक देश में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर किसी भी तरह की गाइडलाइन (Cryptocurrency Guideline in India) सरकार ने लागू नहीं की है, और न ही क्रिप्टो भारत में लीगल टेंडर है. बावजूद इसके भारत में खासकर कि युवा पीढ़ी में क्रिप्टोकरेंसी का जमकर क्रेज देखा जा रहा है. चाहे घरेलू हो या ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी का Buzz लगातार बढ़ता जा रहा है. इस वजह से इससे जुडी ख़बरों में लोग टकटकी लगाए रहते हैं.
लगातार आ रही क्रिप्टोकरेंसी के रेट में गिरावट
क्रिप्टोकरेंसी डिसेंट्रलाइज्ड होती है. हफ्ते भर से लगभग सभी करेंसी में गिरावट देखी जा रही है. ग्लोबल मोर्चे पर कुछ क्रिप्टोकरेंसी में भारी गिरावट दर्ज की गई है. बावजूद इसके क्रिप्टो में निवेश करने वाले बढ़ते ही जा रहें हैं. पिछले हफ्ते क्रिप्टोकरेंसीज में सबसे ज्यादा गिरावट बिटकॉइन में देखी गईं. कॉइनशेयर्स की रिपोर्ट के मुताबिक देखें तो क्रिप्टो से जुड़े फंड्स में निवेशकों ने पिछले हफ्ते 1146 करोड़ रुपये यानी 15.4 करोड़ डॉलर का निवेश कर डाला. दूसरे शब्दों में कहें तो क्रिप्टोकरेंसी के भाव में गिरावट से भी निवेशक घबराए नहीं है और उनकी खरीदारी इस डिजिटल या वर्चुअल करेंसी में लगातार बनी हुई है.
बिटकॉइन रिकॉर्ड इंवेस्ट वाली करेंसी भी है
क्रिप्टोकरेंसी में सबसे मशहूर करेंसी जिसका नाम सामान्य इंवेस्टर भी जानते हैं वो 'बिटकॉइन' है और BitCoin Cryptocurrency के दाम में बीते हफ्ते 12 फीसदी की गिरावट देखी गई है. हालांकि इस बात में कोई शक नहीं है कि अभी भी ये इंवेस्टर्स की फेवरेट बनी हुई है. 19 नवंबर को खत्म हुए हफ्ते में बिटकॉइन में 11.4 करोड़ डॉलर का बड़ा निवेश देखा गया है. एक तथ्य आपको ये भी जानना चाहिए कि बिटकॉइन के दाम में पिछले एक महीने में 4 फीसदी की गिरावट आई है, वहीं एक और वर्चुअल करेंसी इथेरियम में बीते 4 महीनों में 14 फीसदी की शानदार तेजी देखी गई है.
सामान्य करेंसी से कैसे अलग होती है 'क्रिप्टोकरेंसी'?
क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार का नियंत्रण या नियमन नहीं होता. ये पूरी तरह से डिसेंट्रलाइज्ड (Cryptocurrency is Decentralized) होती हैं. अधिकतर देशों ने इसे कानूनी वैधता नहीं दी है. क्रिप्टो के साथ ऐसा भी है कि इनकी एक फिक्स्ड सप्लाई होती है, ऐसे में मुद्रास्फीति से कीमतें गिरने का डर नहीं रहता है. हालांकि इसे भी करेंसी की तरह ही वस्तु या सेवा को खरीदने के लिए लेने-देन में इस्तेमाल किया जाता है.
कैसे तय होती है किसी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत?
किसी भी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत (Cryptocurrency Rate) तय करने का सबसे प्रभावी तरीका उसकी मांग को देखकर कीमत तय करना है. किसी क्रिप्टो में निवेशकों की ओर से बढ़ रही मांग के चलते उस कॉइन की कीमतें बढ़ जाती हैं. इसके उलट, अगर किसी कॉइन टोकन सप्लाई ज्यादा है, लेकिन उसकी डिमांड कम है, तो इसकी कीमतें गिर जाएंगी. इसके अलावा एक और चीज है, जिससे क्रिप्टोकरेंसी की कीमत तय होती है- वो है इसकी उपयोगिता. यानी कि वो करेंसी कितनी यूज़फुल यानी उपयोगी है. अगर किसी क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग प्रक्रिया (cryptocurrency mining process) ज्यादा कठिन है, तो इसका मतलब है कि उसकी सप्लाई बढ़ाना भी मुश्किल होगा, ऐसे में अगर डिमांड सप्लाई से ज्यादा हो गई तो उसकी कीमतें ज्यादा हो जाएंगी.